NIT Calicut: नाथूराम गोडसे पर गर्व व्यक्त करना NIT कालीकट प्रोफेसर को पड़ा महंगा, केरल पुलिस ने दर्ज किया केस
Kerala Latest News: कोझिकोड (कालीकट) के सांसद एमके राघवन ने इस मामले में प्रोफेसर के बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों को इस केस में उचित कार्रवाई करनी चाहिए.
NIT Professor Controversy: नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी ( NIT) कालीकट के एक प्रोफेसर को फेसबुक पर नाथूराम गोडसे के समर्थन में कमेंट करना महंगा पड़ा. पुलिस ने मामला संज्ञान में आने के बाद प्रोफेसर के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोप है कि प्रोफेसर ने महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे पर गर्व व्यक्त करने के साथ ही यह भी लिखा था कि कैसे उसने महात्मा गांधी की हत्या करके भारत को बचाया था.
प्रोफेसर के इस तरह के कमेंट का पता चलने के बाद अलग-अलग छात्र संगठनों की ओर से कई पुलिस स्टेशनों में प्रोफेसर ए. शैजा के खिलाफ कई शिकायतें दी गई थीं. इसके बाद केरल पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 के तहत प्रोफेसर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया.
क्या है इस विवाद की पूरी वजह?
प्रोफेसर शैजा एनआईटी-कालीकट में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में सीनियर फैकल्टी मेंबर हैं. दरअसल, 30 जनवरी को एक वकील ने फेसबुक पर नाथूराम गोडसे की तस्वीर के साथ लिखा था कि "हिंदू महासभा कार्यकर्ता नाथूराम विनायक गोडसे, भारत में कई लोगों के नायक." इस पोस्ट पर प्रोफेसर ने कमेंट करते हुए लिखा था, "भारत को बचाने के लिए गोडसे पर गर्व है." हालांकि जब इस कमेंट को लेकर काफी हंगामा हुआ तो प्रोफेसर ने उसे हटा दिया.
स्थानीय सांसद ने भी की बयान की निंदा
कोझिकोड (कालीकट) के सांसद एमके राघवन ने प्रोफेसर शैजा के बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा, “मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक प्रमुख संस्थान एनआईटी में एक जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति की ओर से महात्मा गांधी के खिलाफ अनुचित टिप्पणी और गोडसे के कृत्य की प्रशंसा सुनकर शर्मिंदा हूं. संबंधित अधिकारियों की ओर से उचित कार्रवाई करनी चाहिए."
प्रोफेसर ने बताया, क्यों किया था ऐसा कमेंट
वहीं, दूसरी ओर इस मामले में प्रोफेसर ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि, “मेरी टिप्पणी गांधीजी की हत्या की सराहना करने के लिए नहीं थी. मैं ऐसा कभी नहीं करना चाहता था. मैंने गोडसे की किताब पढ़ी थी. गोडसे एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे. उनकी किताब में बहुत सारी जानकारियां और खुलासे हैं, जो आम आदमी नहीं जानता. गोडसे ने अपनी किताब में हमें ऐसे कई पहलुओं से अवगत कराया है. मैंने ये कमेंट इसी पृष्ठभूमि में किया था. पर जब मुझे अहसास हुआ कि लोगों ने मेरी टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश करना शुरू कर दिया है, तो मैंने इसे हटा दिया.
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