एडाथला: केरल के एर्णाकुलम में एक फोटोग्राफर की समझदारी की वजह से शिवदासन नाम के शख्स को समय से मेडिकल ट्रीटमेंट मिल गया और उसकी जान बच गई. शिवदासन को मृत माना जा चुका था, लेकिन अगर समय पर मदद नहीं मिलती तो अपना जीवन खो सकता था. ये घटना रविवार की है. पलक्कड़ के मूल निवासी शिवदासन कलानमसेरी के पास मनालीमुक्कू में किराए के मकान में अकेले रह रहे थे. पुलिस के अनुसार, एक परिचित व्यक्ति ने सूचित किया था कि शिवदासन की जान चली गई है.


दरअसल, पुलिस अधिकारियों ने टॉमी नाम के फोटोग्राफर को एडाथला जिले के कलामासेरी के पास एक घर में मृत व्यक्ति की तस्वीरें क्लिक करने के लिए बुलाया था. जब टॉमी तस्वीरें क्लिक कर रहा था, तभी उसने कुछ चौंकाने वाली हल्की आवाज सुनी. टॉमी ने महसूस किया कि ये आवाज मृत व्यक्ति से आ रही थी. उन्हें संदेह हुआ कि मृत व्यक्ति जीवित हो सकता है. उन्होंने तुरंत पुलिस अधिकारियों को सतर्क किया.


क्या है पूरा मामला
टॉमी पिछले 25 सालों से इसी तरह के असाइनमेंट पर पुलिस के साथ काम कर रहे हैं. 48 साल के फोटोग्राफर ने इस पूरी घटना के अनुभव के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा, "जब मैं घर में गया, तो वह आदमी फर्श पर पड़ा था. एक बिस्तर के कोने से टकराने के बाद उसके सिर पर चोट लग गई थी. सिर के घाव पर खून देखा जा सकता था. कमरे में रोशनी कम थी, तस्वीरें क्लिक करने के लिए पर्याप्त नहीं थी. इसलिए मैं लाइट का स्विच को ऑन करने के लिए झुका, जो दीवार पर उस आदमी के ठीक बगल में था. तभी मैंने एक हल्की आवाज सुनी."


द न्यूज मिनट की खबर के मुताबिक, पहले तो टॉमी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब अचानक विचार आया तो वह चौंक गया. वह तुरंत जमीन पर आदमी के शरीर के करीब आ गया, कुछ सेकंड इंतजार किया और वही आवाज फिर से सुनी. टॉमी कहते हैं कि ये धीमी खर्राटे की आवाज थी.


टॉमी ने कहा, "वह आदमी उसी स्थिति में जमीन पर पड़ा हुआ था, जिसमें उसे चोट लगने के बाद देखा गया था. जब मैंने वह आवाज सुनी, तो पुलिस अधिकारी की मदद से उस आदमी को घुमाकर सीधा किया. एंबुलेंस को तुरंत मौके पर बुलाया गया और उस शख्स को पास के अस्पताल में भेज दिया गया."


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