Congress On N Balagopal: कांग्रेस ने शनिवार (19 अगस्त) को केरल के वित्त मंत्री केएन बालगोपाल आरोपों को अजीब करार देते हुए खारिज कर दिया. एन बालगोपाल ने दावा किया था कि कांग्रेस के सांसदों ने केंद्र से उचित आवंटन प्राप्त करने में असहयोग किया.
 
कांग्रेस ने कहा कि आधारहीन आरोप लगाकर वित्त मंत्री  एन बालगोपाल अपनी नाकामी छिपाने का प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस ने मंत्री के इस आरोप को खारिज कर दिया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) का कोई भी सांसद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को राज्य की मांगों वाला ज्ञापन सौंपने नहीं गया. कांग्रेस ने कहा कि उसके सांसदों को इसके लिए आमंत्रित नहीं किया गया था.


वीडी सतीसन ने क्या कहा?
राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीसन ने कहा कि यूडीएफ के किसी भी सांसद को बिना किसी उचित आमंत्रण के ज्ञापन सौंपने के लिए जाने की कोई जरूरत नहीं है.  उन्होंने कहा, ‘‘राज्य के वित्त मंत्री का आरोप अजीब है कि राज्य के वित्तीय संकट का कारण केंद्र को ज्ञापन देने में यूडीएफ सांसदों का सहयोग नहीं मिलना है.’’ 


सतीसन  ने कहा कि सबसे पहले यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि केंद्र राज्य को धन देने से इनकार क्यों कर रहा है. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने विधानसभा के अंदर और बाहर कई बार चेतावनी दी थी कि केरल स्टेट इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट फंड बोर्ड (KIIFB) और पेंशन फंड के लिए राज्य के बजट से परे उधार लिए गए हजारों करोड़ रुपये आखिरकार बजट सीमा के तहत आएंगे. उन्होंने कहा कि हाल में कांग्रेस-यूडीएफ के जारी श्वेत पत्र में भी राज्य की चिंताजनक वित्तीय स्थिति का उल्लेख किया गया था.  


क्या आरोप लगाया?
सतीसन ने आरोप लगाया, ‘‘मौजूदा वित्तीय संकट का कारण राज्य सरकार का कुप्रबंधन और कर संग्रह में नाकामी  है. उन्होंने कहा कि राज्य को माल एवं सेवा कर (GST) के माध्यम से सबसे अधिक कर राजस्व प्राप्त होना चाहिए था, लेकिन अब इसे 10 प्रतिशत से भी कम प्राप्त होता है. उन्होंने कहा कि टैक्स संग्रह कम है, लेकिन राज्य में फिजूलखर्ची और भ्रष्टाचार अधिक है.


पिनराई विजयन का किया जिक्र
सतीसन ने कहा कि पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली पहली सरकार के समय के कुप्रबंधन और बजट से परे जाकर लिए गए अंधाधुंध कर्ज ने राज्य को वर्तमान वित्तीय संकट में धकेल दिया है.


बालगोपाल ने राज्य की टैक्स हिस्सेदारी और उधार सीमा को कम करने के लिए केंद्र पर शुक्रवार को हमला बोला था और यूडीएफ सांसदों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने केंद्र सरकार से उचित आवंटन प्राप्त करने में केरल सरकार के साथ सहयोग नहीं किया था.


उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र केरल पर आर्थिक पाबंदी लगाने की कोशिश कर रहा है और केरल की वायनाड लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत यूडीएफ के सांसद राज्य के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं.


उन्होंने कहा कि हाल में मुख्यमंत्री विजयन के बुलाए गए सांसदों के सम्मेलन के दौरान कांग्रेस सांसदों ने राज्य के हितों की रक्षा के लिए एकजुटता के साथ हर संभव समर्थन का आश्वासन दिया था. बालगोपाल ने आरोप लगाया कि ना तो यूडीएफ के 18 लोकसभा सांसद और ना ही उनके राज्यसभा सहयोगी केंद्रीय वित्त मंत्री से मिलने गए ताकि केरल की वित्तीय स्थिति से उन्हें अवगत कराने के साथ राज्य की बकाया राशि जारी करने के लिए उन पर दबाव बनाया जा सके. 


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