टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक चर्च ने फादर कुरियाकोस मट्टम पादरी पद से हटाए जाने को अनुशासनात्मक कार्रवाई करार दिया है. चर्च के प्रवक्ता के अनुसार फादर मट्टम पर यह कार्रवाई इसलिए की गई, क्योंकि यह नियम है कि चर्च का कोई भी पादरी किसी भी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़ सकता है. इस मामले की जांच के लिए चर्च की तरफ से एक कमीशन का गठन किया गया है.
बीजेपी की सदस्यता ली थी
बीजेपी के इडुक्की जिला अध्यक्ष के एस अजी की तरफ से कहा गया कि फादर मट्टम को 15 दिन पहले पार्टी की सदस्यता दी गई थी. उन्होंने बताया मट्टम पार्टी के सदस्यता अभियान के तहत बीजेपी में शामिल हुए थे.
बीजेपी के कार्यशैली पर नजर
इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर बीजेपी के एक कार्यक्रम में फादर कुरियाकोस मट्टम को शॉल से सम्मानित किया जा रहा है. इससे पहले उसी वीडियो का एक और क्लिप भी खूब वायरल हुआ था, जिसमें फादर मट्टम ने कहा था कि वह बीजेपी को ऐसी पार्टी नहीं मानते, जिसमें कैथोलिक शामिल नहीं हो सकते. साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि वह बीजेपी के काम करने के तरीकों और कार्यप्रणाली पर भी नजर रखते थे.