कोट्टयम/कोच्चि: केरल में एक नन की ओर से एक रोमन कैथलिक पादरी के खिलाफ लगाए गए रेप और अप्राकृतिक यौनाचार के आरोपों ने चर्च में खलबली पैदा कर दी है. अनुयायियों के एक तबके ने घटना को कथित तौर पर दबाने को लेकर साइरो-मालाबार चर्च के प्रधान के खिलाफ अर्जी दायर की है. पीड़िता की ओर से दो साल पहले दी गई शिकायत पर कथित तौर पर कार्रवाई नहीं करने को लेकर साइरो-मालाबार चर्च के प्रधान पादरी जॉर्ज एलेनचेरी के खिलाफ अर्जी दाखिल की गई है.


प्रधान पादरी ने नन की शिकायत को किया था नज़रअंदाज़
एर्नाकुलम रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय साखरे को दी गई अर्जी में चर्च के अनुयायियों ने आरोप लगाया कि नन ने प्रधान पादरी को बताया था कि जालंधर के पादरी उन पर कैसे जुल्म कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने पीड़िता की शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया. शिकायत दाखिल करने वाले अनुयायियों के प्रतिनिधि जॉन जैकब ने कहा कि यदि प्रधान पादरी ने पुलिस को शिकायत से अवगत करा दिया होता ऐसे हालात पैदा नहीं होते.


प्रधान पादरी अभी वेटिकन में हैं
प्रधान पादरी के खिलाफ लगे आरोपों पर साइरो-मालाबार चर्च की तरफ से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. प्रधान पादरी अभी वेटिकन में हैं. केरल राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष एम सी जोसेफाइन ने कहा कि अगर रेप के आरोप लगाए गए हैं तो मामला पुलिस को सौंपा जाना चाहिए था. बहरहाल, साइरो-मालाबार चर्च के सूत्रों ने दावा किया कि चर्च का इन आरोपों से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि पादरी और नन चर्च के लैटिन पंथ में अपनी सेवाएं दे रहे थे.


पीड़िता के साथ रेप-अप्राकृतिक यौनाचार हुआ
कोट्टयम के जिला पुलिस प्रमुख को दी गई अपनी शिकायत में नन ने आरोप लगाया कि रोमन कैथलिक चर्च के जालंधर डायोसीज के पादरी ने 2014 और 2016 के बीच कोट्टयम के पास एक छोटे से कस्बे में कई बार उससे रेप और अप्राकृतिक यौनाचार किया. नन ने कहा था कि वह शीर्ष पादरी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को आगे बढ़ाएगी. शिकायतकर्ता नन ने आरोप लगाया कि 2014 में पहली बार जिले के कुराविलनगड के एक अनाथालय के पास बने अतिथि गृह में उससे रेप किया गया था.


पादरी के समर्थकों ने आरोपों को खारिज किया
इस बीच, पादरी के समर्थकों ने पादरी के खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि नन ने पादरी के खिलाफ उस वक्त शिकायत दाखिल की जब जालंधर डायोसीज के अधिकारी की हैसियत से उन्होंने नन के रिश्तेदारों के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराकर आरोप लगाया कि वे पादरी को धमकी दे रहे हैं. अपनी शिकायत में पादरी ने आरोप लगाया कि नन के रिश्तेदारों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी. यह धमकी तब दी गई जब पादरी ने एक महिला की शिकायत के आधार पर उसके खिलाफ जांच के आदेश दिए.


पुलिस ने जांच शुरू की
नन और पादरी की शिकायतों के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस उपाधीक्षक रैंक के एक अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. पुलिस ने कोट्टायम जिले के कुराविलनगड के पास के एक कॉन्वेंट में पीड़िता का बयान दर्ज किया. नन ने दावा किया कि उन्होंने इस घटना की शिकायत पहले प्रधान पादरी से की थी. पुलिस ने बताया कि वह आरोपी पादरी का बयान लेने के लिए जालंधर जाएगी. केरल के रहने वाले आरोपी पादरी 2013 से जालंधर में पादरी के रूप में सेवाएं दे रहे हैं.