Special PMLA Court: केरल में लाइफ मिशन घोटाले के मामले में फंसे मुख्यमंत्री कार्यालय के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर की न्यायिक हिरासत को बढ़ा दिया गया है. स्पेशल पीएमएलए कोर्ट ने शिवशंकर की हिरासत को 21 मार्च तक के लिए बढ़ दी है. उन्हें 14 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद शिवशंकर को कोर्ट ने उन्हें पांच दिनों की ईडी हिरासत में भेजा था.


20 फरवरी को शिवशंकर को दोबारा कोर्ट के सामने पेश किया गया था. कोर्ट ने ईडी को शिवशंकर को हर दो घंटे की पूछताछ के बाद छूट का समय देने का निर्देश भी दिया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बताया कि केरल के मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव एम शिवशंकर ने 2019 के लाइफ मिशन घोटाले में कथित रूप से रिश्वत के रूप में कमीशन जुटाने में सक्रिय सहयोग दिया.


31 जनवरी को रिटायर हुए थे शिवशंकर


भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी शिवशंकर 31 जनवरी को रिटायर हुए थे. उन्हें इससे पहले 2020 में एक राजनयिक सामान के माध्यम से सोने की कथित तस्करी से जुड़े धन शोधन मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था. लाइफ (आजीविका समावेशन वित्तीय सशक्तिकरण) मिशन से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सीबीआई की प्राथमिकी और केरल सरकार के सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (वीएसीबी) की शिकायत से जुड़ा है, जो यूनिटेक बिल्डर्स एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड और साने वेंचर्स एलएलपी के खिलाफ है.


क्या है पूरा मामला?


ये मामला राज्य सरकार की LIFE मिशन परियोजना से संबंधित है. LIFE मिशन योजना के माध्यम से त्रिशूर जिले के वडक्कनचेरी में 140 परिवारों के लिए घर बनाने करार किया गया था. इस योजना के लिए 18.50 करोड़ रुपये में से 14.50 करोड़ रुपये रेड क्रीसेंट ने संयुक्त अरब अमीरात वाणिज्य दूतावास के माध्यम से दिए. अनुबंध में बाकी राशि का उपयोग करके एक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र के निर्माण का उल्लेख किया गया है. UNITAC के प्रबंध निदेशक संतोष एपन ने बताया था कि स्वप्ना सुरेश सहित आरोपियों ने प्रोजेक्ट के लिए 4.48 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी. आरोपी स्वप्ना सुरेश और सरिथ पीएस ने आरोप लगाया कि इसमें शिवशंकर का हाथ है.


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