वायनाड में केरल पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के द्वितीय वर्ष के एक छात्र की हाल में हुई मौत से जुड़े एक संदिग्ध की रिमांड रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि पीड़ित को निर्वस्त्र किया गया था और उसके साथ बुरी तरह मारपीट की गई थी. पुलिस ने 20 वर्षीय सिद्धार्थन जे.एस. की मौत के मामले में सभी 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. सिद्धार्थन 18 फरवरी को अपने छात्रावास के बाथरूम में फंदे से लटके मिले थे.
अदालत से आरोपियों को जमानत न देने का अनुरोध करते हुए पुलिस द्वारा रविवार को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि सिद्धार्थन की पिटाई करने में एक बेल्ट और केबल की तार का इस्तेमाल किया गया. पुलिस ने आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता और केरल रैगिंग निषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सिद्धार्थन के सहपाठियों और वरिष्ठों ने उस पर कॉलेज की एक छात्रा से दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए छात्रावास के अंदर एक पंचायत बैठाई थी.
सुसाइड से पहले क्या हुआ था सिद्धार्थ के साथ
पुलिस ने बताया कि एक आरोपी ने अपने घर के लिए निकल चुके सिद्धार्थन को छात्रावास के एक अलिखित कानून का इस्तेमाल कर अपने दुर्व्यवहार से संबंधित मामले में समझौता कराने के लिए वापस कॉलेज बुलाया था. रिपोर्ट में कहा गया है, 'उसका अंतर्वस्त्र उतरवाया गया और आरोपियों ने उसकी पिटाई की. उनमें से कुछ ने बेल्ट और केबल की तार का इस्तेमाल किया.'
इसमें कहा गया है कि उससे 16 फरवरी की रात नौ बजे मारपीट शुरू की गई और देर रात दो बजे तक उसका उत्पीड़न जारी रहा. पुलिस ने अदालत से आरोपियों को जमानत न देने का अनुरोध किया क्योंकि मृतक छात्र के माता-पिता ने यह दावा करते हुए पूर्ण जांच की मांग की है कि उनके बेटे ने आत्महत्या नहीं की होगी.
खाना भी नहीं खाने दिया गया
मृतक छात्र के माता-पिता ने दावा किया कि उसके कुछ सहपाठियों ने उन्हें बताया कि स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के कुछ स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उसकी पीट-पीटकर हत्या की है. छात्र के पिता ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनके बेटे के शरीर पर चोटों के निशान थे और पेट खाली था, जिससे संकेत मिलता है कि उसकी बुरी तरह पिटाई की गई और उसे खाना नहीं खाने दिया गया. इन दावों के बाद कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की छात्र इकाई एसएफआई पर सिद्धार्थन की पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया है. वहीं, एसएफआई ने इन आरोपों को खारिज किया है.