Kerala Student Suicidal Case: 29 घंटों तक टॉर्चर करते रहे सीनियर और क्लासमेट, छात्र की आत्महत्या मामले में CBI का बड़ा खुलासा
Kerala Student Suicide : केरल में वेटनरी छात्र के आत्महत्या मामले में सीबीआई ने 20 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है. खुदकुशी से पहले सीनियर्स ने 29 घंटों तक उसकी रैगिंग की थी.
kerala Student Sucide Case CBI Files FIR: केरल में वेटनरी कॉलेज के 20 साल के छात्र जे एस सिद्धार्थ की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में CBI ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. केंद्रीय एजेंसी ने इस मामले में 20 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है. इसके बाद जांच में पता चला है कि छात्र को सुसाइड के पहले 29 घंटे तक प्रताड़ित किया गया था. इसी वजह से आहत होकर छात्र ने आत्महत्या कर ली थी.
मामले के तूल पकड़ने के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सीबीआई जांच का आश्वासन दिया था. इसके बाद राज्य सरकार की ओर से CBI जांच की सिफ़ारिश की गई थी. वामपंथी छात्रों की संलिप्तता को लेकर इस मामले में खूब सवाल खड़े हुए थे.
वामपंथी छात्रों पर लगा था रैगिंग का आरोप
दरअसल केरल के वायनाड में वेटनरी कॉलेज के छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद पुलिस ने खुदकुशी का दावा किया था. वामपंथी छात्र नेताओं पर छात्र का मानसिक और शारिरिक शोषण कर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप लगे थे. छात्र का शव हॉस्टल के बाथरूम में लटका मिला था. बाद में मामले में स्कूल प्रशासन ने रैंगिग के आरोपी 12 छात्रों पर कार्रवाई करते हुए कॉलेज से निलंबित कर दिया था.
इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई है प्राथमिकी
CBI ने छात्र सुसाइड मामले में 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. सीबीआई ने स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के चार नेताओं यूनियन अध्यक्ष अरुण के, एसएफआई इकाई सचिव अमल इहसन, और इकाई के सदस्य आसिफ खान और अभिषेक एस के अलावा अन्य लोगों को आरोपी बनाया है.
अब तक की आई जांच रिपोर्ट से यह सामने आया है कि सुसाइड से पहले छात्र का मानसिक और शारिरिक रूप से शोषण किया गया. CBI ने आपराधिक साजिश, आत्महत्या के लिए उकसाने, मानसिक और शारिरिक रूप से प्रताड़ित करने, केरल निषेध रैगिंग विरोधी कानून से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
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