तारीख 2 अप्रैल और समय रात के करीब 9 बजकर 45 मिनट. केरल के कोझिकोड शहर के कोरापुझा रेलवे पुल पर अलप्पुझा-कन्नूर एग्जीक्यूटिव एक्सप्रेस के पहुंचते ही एक शख्स चेन खिंचता है. वजह थी- ट्रेन में लगी आग.


चेन खींचने वाला शख्स उसमें सवार यात्रियों के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगाता है और फिर जलता छोड़ ट्रेन से कूदकर भाग जाता है. इस आगजनी में 3 लोगों की मौत हो जाती है, जबकि 8 लोग घायल हो जाते हैं. घटना के बाद 2 राज्यों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसी एक्टिव हो जाती है. 


घटना के बाद 3 बाद आरोपी पकड़ा जाता है और अपना जुर्म कबूलता है. आरोपी का नाम है- शाहरुख सैफी. जुर्म करने की वजह जानने के बाद पुलिस भी सकते में है. इधर, आरोपी के घर दो राज्यों की पुलिस भी तहकीकात के लिए पहुंच गई है. 




(Photo- PTI)


ट्रेन में लगी आग, लोगों ने गोधरा से जोड़ा
पुलिस के मुताबिक घटना के दिन सैफी शुरू में डी-1 बोगी में बैठा था, लेकिन कुछ देर बाद डी-2 बोगी में आया, जहां उसका किसी से विवाद हो गया. इसके बाद सैफी ने पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी. 


इधर, केरल के कोझिकोड में ट्रेन में आग लगने को लोगों ने 2002 के गोधरा घटना से जोड़ दिया. पुलिस के मुताबिक अलप्पुझा-कन्नूर ट्रेन कुन्नूर स्टेशन पहुंची तो उसे 2 लोगों के लापता होने की शिकायत मिली. पुलिस ने ट्रेन में आग बुझाने के बाद इलाथुर स्टेशन से 3 शव बरामद किए.


घटना के बाद पुलिस ने लोगों से अफवाह नहीं फैलाने की ताकीद भी दी. हालांकि, सोशल मीडिया पर खूब पोस्ट शेयर हुए. घटना के बाद केरल पुलिस के साथ ही एनआईए सक्रिय हुई और आरोपी का स्कैच जारी किया गया. 




(Photo- Social Media)


बाइक से फरार फिर ट्रेन में चढ़कर रत्नागिरी आया
अलप्पुझा-कन्नूर ट्रेन से कूदने के बाद शाहरुख बाइक से पहले फरार हुआ और फिर केरल-अजमेर ट्रेन में बैठकर महाराष्ट्र आ गया. शाहरुख ने महाराष्ट्र पुलिस के एटीएस को बताया कि उसे पुलिस की निशानदेही का डर था, इसलिए रत्नागिरी में ही उतर गया.


रत्नागिरी के कालंबनी स्टेशन पर उतरने के बाद शाहरुख एक गांव में चला गया, जहां लोगों की मदद से एक स्थानीय अस्पताल पहुंचा. शाहरुख ने वहां पर चोट का इलाज कराया, लेकिन जब डॉक्टरों ने उसे सीटी स्कैन कराने के लिए कहा तो वह डॉक्टरों से लड़ गया और मौका देखकर फरार हो गया. हालांकि इस बात की भनक किसी को नहीं थी कि वह किसी की हत्या करके यहां आया था.


(Source- PTI)


अखबार से मुंह छिपाकर स्टेशन पर बैठा था शाहरुख
डॉक्टरों से लड़ाई करने के बाद शाहरुख रत्नागिरी स्टेशन पहुंचता है और वहां से फिर आगे जाने की कोशिश करता है. इसी बीच महाराष्ट्र एटीएस को उसके बारे में जानकारी मिलती है.


रत्नागिरी के एसपी धनंजय कुलकर्णी ने बताया कि हमारी टीम जैसे ही स्टेशन पर पहुंची तो शाहरुख अखबार से मुंह छिपाकर बैठा हुआ था. महाराष्ट्र एटीएस ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है. 


पूछताछ में अब तक क्या बताया है?
महाराष्ट्र एटीएस के मुताबिक शुरुआती पूछताछ में शाहरुख ने जुर्म की बात कबूल ली है. पुलिस ने उसके पास से एक पैन कार्ड, एक आधार कार्ड , एक मोबाइल फोन और एक एटीएम कार्ड बरामद किया है. 


महाराष्ट्र एटीएस ने आगे कहा कि आग लगाने के पीछे क्या मंशा थी, वो आगे की जांच में पता चलेगा. अभी तक शाहरुख आपसी दुश्मनी में आग लगाने की बात कह रहा है.


कैसे पुलिस की रडार पर आया शाहरुख?
महाराष्ट्र एटीएस ने बताया कि केरल पुलिस और एनआईए से मिली इनपुट के बाद एक टीम का गठन किया गया था. दरअसल, ट्रेन से कूदते वक्त शाहरुख पटरी पर थैला छोड़ दिया था. उसी थैला से शाहीन बाग का पता और कुछ फोन नंबर मिले थे.


पुलिस ने उसके बाद शाहरुख का फोन ट्रैस करना शुरू कर दिया. फोन ट्रैस के दरम्यान ही शाहरुख के रत्नागिरी में होने का पता चला. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर उसे पकड़ा. 


शाहरुख के परिवार वालों ने क्या बताया?
शाहरुख के पिता ने 31 मार्च को पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. शाहरुख के गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके पिता से पूछताछ की है. पुलिस के एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि शाहरुख के पिता फकरुद्दीन एक किराना की दुकान चलाते हैं.


पिता ने पूछताछ में बताया कि शाहरुख काम पर जाने की बात कह कर घर से निकला था, उसके बाद से ही उसका फोन नहीं लग रहा था. शाहरुख के पिता ने बताया कि उसके नाम पर कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. वो किसी से बात भी ज्यादा नहीं करता था और उसके दोस्त भी नहीं है. मेरा बेटा निर्दोष है. 


शाहरुख के परिवार ने बताया कि पुलिस ने पूछताछ के लिए उसके दो भाइयों को भी लेकर गई थी. शाहरुख नोएडा के एक स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई कर चुका है. 


अब मामले में आगे क्या होगा?
शाहरुख को केरल पुलिस महाराष्ट्र से कन्नूर लेकर जाएगी. वहां पहले पुलिस पूछताछ करेगी और उसके बाद एनआईए. ट्रेन के जिस 2 बोगी में आग लगाई गई है, उसे सील कर दिया गया है.


पुलिस ने अब तक इस मामले में आतंकवाद का केस नहीं जोड़ा है. ऐसे में एनआईए की पूछताछ मामले में अहम हो सकती है.