मोदी सरकार में पर्यटन मंत्री अलफोंस कननथनम बोले- केरल में गोमांस का उपभोग जारी रहेगा
अलफोंस कननथनम ने कहा, ''बीजेपी के पास यह कहने का अधिकार नहीं है कि गोमांस नहीं खाया जा सकता है. हम देश के किसी भी हिस्से में लोगों के खानपान की आदतें तय नहीं कर सकते है. यह फैसला करना लोगों का काम है कि उन्हें क्या खाना है.’’
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी की कैबिनेट विस्तार के बाद पर्यटन मंत्री बने अलफोंस कननथनम ने आज अपना पदभार ग्रहण किया. इसके बाद उन्होंने कहा कि केरल में गोमांस का उपभोग जारी रहेगा. नौकरशाह से राजनेता बने एल्फोंस ने पहले से विवादित गोमांस के मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह बात कही. केरल कैडर के 1979 बैच के अधिकारी अलफोंस ने कहा कि बीजेपी ने यह कभी नहीं कहा कि गोमांस नहीं खाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि ‘‘जैसे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पहले ही कह चुके हैं कि राज्य में गोमांस का उपभोग किया जा सकेगा. उसी तरह केरल में भी इसका उपभोग जारी रहेगा.’’
किसी के खानपान की आदतें तय नहीं कर सकते: अलफोंस कननथनम
अलफोंस ने कहा, ‘‘बीजेपी के पास यह कहने का अधिकार नहीं है कि गोमांस नहीं खाया जा सकता है. हम देश के किसी भी हिस्से में लोगों के खानपान की आदतें तय नहीं कर सकते है. यह फैसला करना लोगों का काम है कि उन्हें क्या खाना है.’’ उन्होंने कहा कि बीजेपी शासित गोवा जैसे राज्य में अगर गोमांस खाया जा सकता है तो केरल में भी इसके उपभोग पर कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.
पीएम मोदी ने लोगों को एकसाथ लाने का किया काम: अलफोंस कननथनम
बीजेपी को लेकर इसाई समुदाय की ओर से उठाई गई चिंताओं को अलफोंस ने दुष्प्रचार बताते हुए कहा कि साल 2014 में भी व्यापक पैमाने यह दुष्प्रचार फैलाया गया था कि मोदी सरकार बनने पर ईसाइयों को जलाया जाएगा और गिरजाघरों को ध्वस्त किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साफ किया कि लोग जिस बात पर चाहें उस पर यकीन करें लेकिन वह सभी का संरक्षण करेंगे. अलफोंस ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी को एकजुट कर लोगों को एक साथ लाने की दिशा में बेहतरीन काम किया है.
बाद में उन्होंने एक टीवी चैनल से कहा कि वह ईसाई समुदाय और बीजेपी के बीच संपर्क सेतु का काम कर सकते हैं.