Kerala Doctor Murder: केरल में बुधवार (10 मई) को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया. राज्य के कोल्लम जिले में कोट्टारक्कारा के एक तालुक अस्पताल में इलाज के लिए लाए गए एक निलंबित स्कूल शिक्षक ने उसके ही घाव की ड्रेसिंग कर रही 23 वर्षीय एक महिला डॉक्टर को कथित तौर पर सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले ब्लेड से हमला कर मार डाला.
आरोपी व्यक्ति को परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट करने के बाद पुलिस अस्पताल ले कर आई थी. कोट्टारक्कारा पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी की पहचान संदीप के रूप में हुई है. उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में जब डॉक्टर वंदना दास, आरोपी के पैर के घाव की ड्रेसिंग कर रही थी तभी वह अचानक हिंसक हो गया और कैंची तथा सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले ब्लेड से वहां खड़े सभी लोगों पर हमला कर दिया.
पुलिस कर्मी भी घायल
अधिकारी ने बताया कि यह घटना बुधवार (10 मई) की सुबह हुई. हमले में बुरी तरह घायल डॉक्टर को तिरुवनंतपुरम में एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उसने कुछ ही घंटों के बाद दम तोड़ दिया. उन्होंने आगे बताया कि आरोपी को अस्पताल लेकर आए पुलिस कर्मी भी हमले में घायल हो गए.
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पूरे मामले पर कहा कि यह घटना 'चौंकाने वाली और बेहद दर्दनाक' है. उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच की जाएगी. विजयन ने एक बयान में कहा, 'ड्यूटी के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला अस्वीकार्य है. घटना की गहन जांच की जाएगी. सरकार चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों पर हमलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.
राज्य में हुआ विरोध प्रदर्शन
'इंडियन मेडिकल एसोसिएशन' (आईएमए) और 'केरल गवर्नमेंट मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन' (केजीएमओए) ने इस घटना के खिलाफ पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बताया कि वहीं, घटना को लेकर मीडिया में आईं खबरों के आधार पर केरल राज्य मानवाधिकार आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया और कोल्लम के जिला पुलिस प्रमुख से सात दिनों के भीतर एक रिपोर्ट मांगी है.
कांग्रेस ने किया सरकार पर हमला
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीडी सतीशन ने कहा कि डॉक्टर की हत्या ने पूरे केरल को झकझोर कर रख दिया है. उन्होंने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह बहुत खतरनाक स्थिति है कि अब अस्पताल भी सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि 'पुलिस की लापरवाही' के कारण महिला डॉक्टर की जान गई.