Kerala: बीजेपी ने केरल की पिनराई विजयन सरकार से हाल में यूथ लीग के कार्यकर्ताओं के भड़काऊ नारे लगाने के मामले में कड़ी कार्रवाई करने की शनिवार (29 जुलाई) को मांग की. इस दौरान बीजेपी ने कहा कि हिंदू विरोधी नारे अचानक नहीं लगे, बल्कि पहले से इसकी तैयारी की गई थी और ये जानबूझकर लगाए गए थे. 


बीजेपी ने विवादास्पद मुद्दे पर सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और कांग्रेस समेत राज्य में मुख्यधारा के अन्य राजनीतिक दलों की कथित चुप्पी की भी आलोचना की. 


बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के केरल प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने कासरगोड में एक मार्च के दौरान यूथ लीग के कार्यकर्ताओं के भड़काऊ नारों को लेकर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) पर हमला बोला और राज्य की जनता को जवाब देने की मांग की. 


जावड़ेकर ने ट्वीट किया, 'ये नारे अचानक नहीं लगे. इसका अभ्यास पहले से किया गया था और जानबूझकर ये नारे लगाए गए.  पूर्व केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने ट्वीट के साथ मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को टैग कर इस मुद्दे पर राज्य सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की. 


मामला क्या है?
मणिपुर में हिंसा के पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मंगलवार (25 जुलाई) को आयोजित मार्च के दौरान भड़काऊ नारे लगाने के लिए 300 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिनमें ज्यादातर मुस्लिम यूथ लीग के सदस्य हैं. 


बता दें कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में हिंसा भड़की थी. इसमें अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 


मणिपुर की आबादी में मैतेई समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है. वे ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं. 


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