Kashmiri Pandit Murder Case: लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की शाखा कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स आतंकी संस्था ने कश्मीरी पंडित सुनील कुमार भट की मौत के कुछ घंटों बाद एक बयान जारी किया है. जिसके माध्यम से आतंकी संस्था ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है. पत्र के माध्यम से कहा गया है कि लोगों को तिरंगा रैली में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने वाले कश्मिरी पंडित भाइयों को निशाना बनाया गया. संगठन के कैडर ने शोपियां के चोटिगम इलाके  बसने वालों के खिलाफ एक ऑपरेशन चलाया. जिसके तहत कश्मीरी पंडित सुनील कुमार भट का सफाया कर दिया गया है. उनका भाई गंभीर रूप से घायल है. ये दोनों स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में इनपुट बनाने में एजेंसियों के मुख्य सदस्य थे. यह लोगों को तिरंगा रैली में शामिल होने के लिए मजबूर कर रहे थे. संगठन का कहना है कि पहले ही चेतावनी दी जा चुकी है कि कश्मीर के जनसांख्यिकीय परिवर्तन में शामिल होने वाले कश्मीरी पंडित अथवा गैर-स्थानीय को ऐसे हत्याकांड का सामना करना पड़ेगा.


सेब के बागान में हुआ हमला


कश्मीरी पंडित भाइयों पर सेब के बागान में हमला हुआ था. शोपियां के चोटीगाम गांव में सेब के बागान कश्मीरी पंडित सुनील कुमार और पिंटू कुमार कुछ काम कर रहे थे. तभी आतंकियों ने हमला कर दिया. हमले के बाद पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर रखी है.


आठ महीनों में अब तक हो चुकी हैं 27 हत्याएं


कश्मीर में आतंकियों द्वारा लगातार आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है. पिछले आठ महीने में अब तक 27 लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं. आतंकियों की टारगेट किलिंग का शिकार बने लोगों में कश्मीरी पंडितों के अलावा सुरक्षाकर्मी और मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हैं. ज्यादातर हिंदू समुदाय के लोग मारे गए हैं. सात पुलिसकर्मी आतंकियों का निशाना बने हैं. राजस्थान की एक बैंक मैनेजर और बिहार के तीन मजदूर भी मृतकों में शामिल हैं.


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