पाकिस्तान-कनाडा से पंजाब में आतंक की साजिश, खालिस्तान-गैंगस्टर्स नेटवर्क की चल रही सांठगांठ, NIA जांच में बड़ा खुलासा
Khalistan-Gangster Link: भारत में इन दिनों खालिस्तानी आतंकी एक दम से एक्टिव होते हुए नजर आ रहे हैं. उनकी मदद कुछ गैंगस्टर्स कर रहे हैं.
Khalistan-Gangster Network: नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) इन दिनों खालिस्तान-गैंगस्टर्स के नेटवर्क की जांच कर रही है. एनआईए की जांच में एक बड़ी जानकारी सामने निकलकर आई है. जिस तरह से मुंबई में 90 के दशक में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और अंडरवर्ल्ड नेक्सस काम किया करता था. ठीक ऐसे ही इन दिनों खालिस्तान-गैंगस्टर्स का नेटवर्क काम कर रहा है. ये खालिस्तानी आतंकी विदेशों में बैठकर ऑपरेट कर रहे हैं.
एनआईए ने बताया है कि 1993 में मुंबई ब्लास्ट में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने मुंबई के गैंगस्टर्स के नेटवर्क का इस्तेमाल किया था. वैसे ही अब कनाडा और पाकिस्तान में मौजूद खालिस्तानी आतंकी पंजाब से विदेशों में फरार होकर बैठे हुए इन गैंगस्टर्स का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकी साजिशों के लिए कर रहे हैं. कहीं न कहीं ये भारत के लिए चिंता की बात है और अब इन पर कार्रवाई की शुरुआत भी हो गई है. बुधवार को एनआईए ने कई जगह रेड मारी है.
पंजाबी सिंगर्स, खिलाड़ियों से हैं खालिस्तानी आतंकियों के संबंध
एनआईए ने अपनी चार्जशीट में लिखा है कि जिस तरह बॉलीवुड-अंडरवर्ल्ड के बीच संबंधों का खुलासा हुआ था. ठीक उसी तरह कनाडा, पाकिस्तान व अन्य देशों में मौजूद गैंगस्टर्स से खालिस्तानी आतंकी बने इन फरार अपराधियों और पंजाब के कई सिंगर्स, कारोबारियों, कब्बडी खिलाड़ियों और वकीलों के बीच संबंधों का भी जांच के दौरान खुलासा हुआ है.
चार्जशीट में ये भी लिखा है कि अर्शदीप डल्ला और कई अन्य सिंडिकेट के संपर्क कई विदेशी खुफिया एजेंसियों से है. खास तौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से हैं, जो इनका इस्तेमाल भारत की संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ कर रहे हैं.
इस तरह कर रहे फंडिंग
जांच एजेंसी की जांच में सामने आया कि अर्शदीप डल्ला और उसके सिंडिकेट की फंडिंग का मुख्य स्रोत जमीनों-इमारतों पर कब्जा करना, जबरन महंगी जमीनों को कौड़ियों के दाम पर खरीदना. साथ ही, इस सिंडिकेट ने पॉवर और डर के दम पर नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स से संबंधों को मजबूत कर सिंडिकेट को बड़ा किया.
अर्शदीप डल्ला के करीबी या फिर कहें उसके सिंडिकेट का हिस्सा रहे सुनील बालियान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया, नवीन बाली और नीरज बवाना और कौशल चौधरी, अमित डागर सभी ने पहले गुरुग्राम में रियल एस्टेट के शुरुआती चरण में दखल दिया और बाद में खुद को गैंगस्टर-आतंकवादी सिंडिकेट में तब्दील कर लिया.
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