Demand for the release of Sikh prisoners: मोहाली में सिख कैदियों की रिहाई के लिए बीते कई महीनों से कौमी इंसाफ मोर्चा का धरना जारी है. इस बीच कौमी इंसाफ मोर्चा (केआईएम) ने स्वतंत्रता दिवस पर मार्च करने की घोषणा की है. केआईएम ने कहा कि वह खालिस्तान समर्थक समूह के सदस्य 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर सिख कैदी जो पहले ही जेल की सजा काट चुके हैं उनकी रिहाई के लिए मार्च करेंगे.


ये घोषणा के बाद, चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस ने चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर सुरक्षा को मजबूत किया. पुलिस ने विशेष रूप से सेक्टर 52-53 लाइट पॉइंट पर सुरक्षा बढ़ाई है, जहां प्रदर्शनकारियों ने सड़क के एक हिस्से को ब्लॉक कर दिया है.


फरवरी में भी हुआ था प्रदर्शन 
जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा बढ़ाने के फैसले का उद्देश्य किसी भी अप्रिय घटना को रोकना और क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखना है. इस साल की शुरुआत में, फरवरी में सिख कैदियों और पुलिस कर्मियों की रिहाई की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं. चंडीगढ़ मोहाली सीमा के पास हुई इस घटना में 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए और दर्जनों पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे.


किसके रिहाई की कर रहे हैं मांग 
समूह के सदस्य सिख कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर कई महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनमें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी बलवंत सिंह राजोआना और 1993 के दिल्ली बम विस्फोट के दोषी देविंदरपाल सिंह भुल्लर भी शामिल हैं. 


कल भी किया था प्रदर्शन 
इससे पहले भी कौमी इंसाफ मोर्चा ने रविवार (13 अगस्त) को प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन ने मोर्चा ने सीएम भगवंत मान के आवास का घेराव करने का विचार था. हालांकि पुलिस से चंडीगढ़ जाने की अनुमति न मिलने की वजह से संतों ने बॉर्डर के पास ही सड़क पर टेंट लगातार धरना शुरू कर दिया.


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