Khalistan Supporters: बीते कुछ महीनों से भारत से पश्चिमी देशों की तरफ निकल कर गए लोग खालिस्तान का समर्थन करते हुए भारत की संप्रभुता को लगातार चुनौती दे रहे हैं. इस क्रम में वह विदेशों में बने भारतीय उच्चायोगों पर हमला कर रहे हैं और उसके सामने इकट्ठे हो रहे हैं. इसी सिलसिले में एक बार फिर वह शुक्रवार (7 जुलाई) को लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के सामने इकट्ठा हुए.
एएनआई के मुताबिक लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर 30-40 खालिस्तानी इकट्ठे हुए थे, हालांकि उनके प्रदर्शन के दौरान उच्चायोग की सुरक्षा के लिए पुलिस भी तैनात रही, थोड़ी देर के प्रदर्शन के बाद वहां पर इकट्ठा हुए प्रदर्शनकारी वहां से चले गए. हालांकि इसकी प्रतिक्रिया अमेरिका में देखने को मिली.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वाशिंगटन डीसी में भारतीय उच्चायोग के पास संभावित खतरे को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बीते दिनों खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों ने अमेरिकी शहर सैन फ्रांसिस्को में बने भारत के वाणिज्यिक दूतावास में आग लगा दी थी. इसके बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने भारत में एक प्रेस कान्फ्रेंस की थी.
इस प्रेस कान्फ्रेंस में भारत ने दुनिया को स्पष्ट करते हुए कहा था कि वह ऐसी किसी भी तरह की कोई भी हरकत बर्दाश्त नहीं करेगा. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर किसी भी चरमपंथी, आतंकवादी तत्वों को कोई जगह नहीं दी जा सकती है. इसके साथ ही भारत ने मेजबान देशों (कनाडा, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया) से अपील करते हुए भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा में कोई भी कोताही नहीं बरती जाने की अपील की. इसके अलावा भारत ने भारतीय राजनयिकों, मिशन के खिलाफ हिंसा भड़काने वाले पोस्टर चिपकाने की घटनाओं को पूरी तरह से अस्वीकार करार दिया.