एक तरफ जहां केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार, काला धन और आतंकियों को हो रही फंडिग को रोकने के लिए ‘नोटबंदी’ का अभियान चलाया था वहीं दूसरी तरफ बिहार में दहेज के लिए हो रही घरेलू हिंसा से निजात पाने के लिए बिहार सरकार ने ‘खोटा सिक्का’ कैंपेन चलाने का फैसला किया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दहेज के लिए हो रही मौतों के मामले में उत्तरप्रदेश के बाद बिहार दूसरे नंबर पर आता है. इस कैंपेन के लिए एक वीडियो भी बनाया गया है जो कि सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.
बॉलीवुड की तर्ज पर बने इस वीडियो में दिखाया गया है कि एक दूल्हे का पिता शादी के पहले रस्म के दौरान दुल्हन के पिता से दहेज के संबंध में बात करता है. इसके बाद दुल्हन के पिता के इशारे पर दुल्हन का भाई एक थाली में भरकर खोटा सिक्का लेकर आता है और दूल्हे को सामने रख देता है.
दूल्हे का पिता यह देखकर गुस्सा हो जाता है और कहता है, यह तो खोटा सिक्का है. इसके जवाब में दुल्हन का पिता कहता है आपका बेटा जो दहेज ले रहा है वह भी तो खोटा सिक्का है.
आखिर में दूल्हा बीच में बोलता है मैं खोटा सिक्का नहीं हूं मुझे दहेज नहीं चाहिए. आखिर में दूल्हे का पिता भी अपने बेटे की बात मान जाता है और सब इससे खुश हो जाते हैं.
2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दहेज और बाल विवाह से बिहार को मुक्ति दिलाने के लिए ‘खोटा सिक्का’ कैंपेन को लांच कर दिया है जो कि भविष्य में इन कुरीतियों को दूर करने में निश्चित रूप से काफी सहायक साबित होगा.