तमिलनाडु में सिनेमा स्टार से राजनीति की राह पकड़ने की परंपरा दशकों पुरानी है. इस बीच अभिनेत्री से राजनेता बनी खुशबू सुंदर के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें उस वक़्त और तेज़ हो गई जब कांग्रेस की ओर से उनको AICC प्रवक्ता के पद से हटा दिया गया. खुशबू सुंदर ने 2014 में डीएमके छोड़ उसकी गठबंधन पार्टी कांग्रेस का हाथ थामा था. इस बीच वह रविवार को दिल्ली के लिए रवाना हुईं.


इससे पहले बीजेपी का दामन थामने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि वे इस पर "कोई टिप्पणी नहीं" करना चाहती हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अभी भी कांग्रेस में है, तो इस सवाल पर भी उन्होंने कहा, "मैं कुछ भी कहना नहीं चाहती."


अबतक कैसा रहा है खुशबू सुंदर का राजनीतिक करियर
2014 में कांग्रेस के सत्ता से बाहर होने के बाद से उनका राजनीतिक करियर का ग्राफ कुछ खास नहीं रहा है. यह तो साफ है कि बीजेपी तमिलनाडु में होने वाले 2021 के विधानसभा चुनावों के लिए चेहरा ढूंढ रही है. अभी भी पार्टी में कोई ऐसा बड़ा चेहरा नहीं है जो कि बीजेपी कि छवि को राज्य में बदल सकें. लोकप्रिय स्टार खुशबू इससे पहले भी कई पार्टियों से जुड़ी हैं.


वह 2010 में DMK में शामिल हुई थीं, जब DMK सत्ता में थी. उस समय, अभिनेत्री ने कहा था, "मुझे लगता है कि मैंने सही निर्णय लिया है. मुझे लोगों की सेवा करना बहुत पसंद है. मैं महिलाओं की भलाई के लिए काम करना चाहती हूं." जिसके चार साल बाद ही उन्होंने डीएमके छोड़ कांग्रेस का हाथ थामा. 2014 में वह सोनिया गांधी से मिलने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गईं. अभिनेत्री ने तब कहा था, मुझे लगता है कि मैं अपने घर में हूं. कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो भारत के लोगों के लिए अच्छा कर सकती है और देश को एकजुट कर सकती है.


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