मुंबई: बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस का मुख्यालय किंगफिशर हाउस को बेचने का बैंकों का प्रयास एक बार फिर विफल हो गया है. बैंकों ने तीसरी बार शहर में स्थित इसे बेचने के लिये रखा और आरक्षित मूल्य में 15 प्रतिशत की कटौती की लेकिन किसी भी खरीदार ने इसमें रूचि नहीं दिखायी.
यह प्रॉपर्टी 17,000 वर्ग फुट में है और यह घरेलू टर्मिनल के पास विले पार्ले में स्थित है. एक सूत्र ने कहा, ‘‘कोई भी बोलीदाता नहीं आया और इस बार भी किंगफिशर हाउस की नीलामी नहीं हो पायी.’’
भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में 17 बैंकों के समूह ने 115 करोड़ रपये आरक्षित मूल्य के साथ संपत्ति नीलामी के लिये रखा. यह मूल्य इस साल अगस्त में हुई दूसरी नीलामी के मुकाबले 15 प्रतिशत और मार्च में हुई पहली नीलामी के मुकाबले 23 प्रतिशत कम है.
बैंक समस्या में फंसे विजय माल्या की एक और संपत्ति किंगफिशर विला की फिर से नीलामी 22 दिसंबर को करेंगे. यह नार्थ गोवा के कंडोलीम में स्थित है. इसके लिये आरक्षित मूल्य 81 करोड़ रपये रखा गया है जो अक्तूबर में हुई नीलामी के मुकाबले पांच प्रतिशत कम है.
सभी संपत्तियों की नीलामी बैंकों की तरहफ एसबीआई कैप ट्रस्टी कर रही है. पिछले महीने सर्विस टैक्स डिपार्मेंट भी माल्या के लग्जरी जेट के लिये बोलीदाता तलाशने में विफल रहे. विभाग का माल्या के उपर 850 करोड़ रपये से अधिक बकाया है. माल्या पर एसबीआई, पीएनबी, आईडीबीआई बैंक, बीओबी जैसे बैंकों का 9,000 करोड़ रपये से अधिक बकाया है.
गौरतलब है कि माल्या इस साल तीन मार्च को देश छोड़कर चले गये और फिलहाल ब्रिटेन में हैं.