Kirti Azad News: पिछले दिनों पूर्व क्रिकेटर व टीएमसी नेता कीर्ति आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वेशभूषा पर निशाना साधा था. उन्होंने पीएम की ड्रेस की तुलना महलाओं की ड्रेस से की थी. जिस पर उनकी खूब आलोचना हुई. असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने भी टीएमसी नेता के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी. शुक्रवार (23 दिसंबर) को तृणमूल नेता ने पीएम मोदी को लेकर दिए गए अपने बयान को लेकर माफी मांगी है.


टीएमसी नेता कीर्ति आजाद ने कहा है कि मेरे बयान को गलत समझा गया, अगर मेरी बातों से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा है तो उनके लिए मैं क्षमा चाहता हूं.


कीर्ति आजाद ने ट्वीट कर मांगी माफी 


उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि मेरे हालिया ट्वीट का गलत मतलब निकाला गया. इससे लोगों की भावनाएं आहत हुईं. उनसे मैं सॉरी कहता हूं. हमारी विविध संस्कृतियों के लिए अपार सम्मान और गर्व है. मेरी अनजाने में की गई टिप्पणी से हुई पीड़ा के लिए मुझे खेद है. मैं अपने संवैधानिक मूल्यों को हमेशा बनाए रखने के लिए काम करने की अपनी प्रतिज्ञा को दोहराता हूं.






क्या था विवादित ट्वीट 


गौरतलब है कि कीर्ति आजाद ने पीएम मोदी की शिलांग यात्रा की तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा था कि न नर है न ही है ये नारी, केवल है ये फैशन का पुजारी. इस ट्वीट के बाद बवाल खड़ा हो गया. बीजेपी टीएमसी नेता पर हमलावर हो गई. मामला टूल पकड़ता देख पार्टी ने भी किनारा कर लिया. जिसके बाद कीर्ति आजाद अकेले पड़ गए और बैकफुट पर आ गए. 


हिमंत बिस्वा सरमा ने किया पलटवार


कीर्ति आजाद के पीएम पर ट्वीट के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे मेघालय की संस्कृति का अपमान बताया. उन्होंने कहा कि ये देखकर दुख होता है कि कैसे मेघालय की संस्कृति और आदिवासी वेशभूषा का मजाक उड़ाया जा रहा है. टीएमसी को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वो कीर्ति आजाद के विचारों से सहमत हैं.


कीर्ति आजाद की सफाई


वहीं, विवाद होने के बाद टीएमसी नेता ने सफाई दी. कीर्ति आजाद ने कहा कि मैंने मेघालय की परंपरागत वेशभूषा का अपमान नहीं किया है. हालांकि इस बयान के बाद मामला मैनेज नहीं हुआ. जिससे शुक्रवार को उन्हें मांफी मांगना पड़ी. 


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