नई दिल्ली: बीजेपी से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद 15 फरवरी को कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं. कीर्ति आजाद के बेहद करीबी सूत्र के मुताबिक वे सुबह 11 बजे दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी में शामिल होंगे. कीर्ति आजाद बिहार के दरभंगा से सांसद हैं. दरभंगा से तीसरी बार जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. आजाद 2009 से लगातार लोकसभा में चुनकर आ रहे हैं.
कीर्ति आजाद पिछले लंबे समय से बीजेपी में हाशिए पर हैं. वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ उनका झगड़ा अब सिर्फ पार्टी के अंदर की बात नहीं रह गई है. कीर्ति आजाद ने डीडीसीए में घोटाले का आरोप लगाया था. उनका कहना था कि ये घोटाला उस वक्त हुआ जब अरुण जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष थे. 2015 में बीजेपी ने उन्हें सभी जिम्मेदारियों से आजाद कर दिया.
लंबे समय से कीर्ति आजाद मोदी सरकार नीतियों की भी आलोचना कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा था कि झांसा देने वाली जुमलेबाजी नहीं चलेगी. कीर्ति आजाद ने कहा कि राम मंदिर का मामला घोषणा पत्र में शामिल कर करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया.
उन्होंने कहा था कि हिंदू धर्म में दिवंगत आत्मा पर टीका- टिप्पणी संस्कृति के खिलाफ है, लेकिन पंडित नेहरू और देश की एकता अखंडता के लिए शहीद हुईं इंदिरा गांधी-राजीव गांधी पर हमले किए गए. कोई युद्ध नहीं हो रहा है पर जवान शहीद हो रहे हैं.
कौन हैं कीर्ति आजाद?
दरभंगा से लगातार दूसरी बार सांसद कीर्ति आजाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता भागवत झा आजाद के बेटे हैं. कीर्ति आजाद की पहचान क्रिकेट की दुनिया से भी है. कीर्ति आजाद 1983 की वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य भी रहे. कीर्ति आजाद ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1993 में दिल्ली के गोल मार्केट इलाके में विभानसभा चुनाव के जरिए की थी. 1998 में आजाद ने दरभंगा का रुख किया और वहां से पहली बार जीते और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. हालांकि, 1998 की जीत के बाद उन्हें अगली जीत के लिए 2009 तक इंतजार करना पड़ा.