Kisan Andolan: पुलिस ने कई किसानों को हिरासत में लिया, किया लाठी चार्ज
Kisan Andolan: उत्तर प्रदेश के नोएडा-ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी क्षेत्र के किसान अपनी बढ़े हुए मुआवजे की मांग को लेकर अड़े हुए हैं. इसी बीच पुलिस ने कई किसानों को हिरासत ने ले लिया है.
Kisan Andolan Latest Updates: उत्तर प्रदेश के नोएडा-ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी क्षेत्र के किसान अपनी बढ़े हुए मुआवजे की मांग को लेकर अड़े हुए हैं. इसी बीच पुलिस ने कई किसानों को हिरासत ने ले लिया है. इसके अलावा पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया है.
दलित प्रेरणा स्थल पर आंदोलन कर रहे करीब 700 किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सभी को गिरफ्तार कर सूरजपुर में स्थित पुलिस लाइन ले जाया जाएगा. पुलिस की इस कार्रवाई के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए हैं.
किसान सुखबीर खलीफा ने बताई थी अपनी मांग
इससे पहले प्रदर्शन कर रहे किसान सुखबीर खलीफा ने अपनी मांगों को लेकर आईएएनएस को बताया, 10 प्रतिशत विकसित प्लॉट, 2013 का भूमि अधिग्रहण एक्ट जो बनाया गया है, उसको धरातल पर उतरवाने के लिए हमारा प्रदर्शन है. गौतमबुद्ध नगर के किसानों को चार गुना मुआवजा नहीं दिया जा रहा. पिछले 10 सालों से एक बार भी सर्किल रेट में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है और जमीन को लूटने का बड़ा प्लान बनाया जा रहा है. किसानों को जमीन का पैसा नहीं दिया जा रहा. इन सभी के विरोध में किसानों का प्रदर्शन है.
उन्होंने आगे कहा कि प्रदर्शन को लेकर हमारे कई पढ़ाव हैं. 25 नवंबर को ग्रेटर नोएडा, 28 नवंबर को यमुना और 2 दिसंबर से हम यहां पर प्रदर्शन कर रहे हैं. अभी अथॉरिटी, प्रशासन और अधिकारियों का कहना है कि हम आपकी समस्या का समाधान कराएंगे. इसलिए हम यहां पर थोड़ा विराम कर रहे हैं. आज दोबारा कमेटी की बैठक होगी, जिसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा.
'हम और कठोर निर्णय लेंगे'
पूरी रात धरना प्रदर्शन करने के सवाल पर किसान पवन खटाना ने बताया, रात या दिन हो, किसानों का यही काम है. किसान इससे ज्यादा क्या करेगा? जहां तक अपना हक लेने की बात रही, 10 प्रतिशत हमारी प्लॉट हैं. आबादी निस्तारण के लिए कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी है. नए भूमि अधिग्रहण कानून के हिसाब से किसान को उसके मुआवजे और फायदे मिलने चाहिए.
उन्होंने आगे कहा, अगर इतना प्रदर्शन नहीं करने पर भी वो नहीं मानेंगे तो हम और कठोर निर्णय लेंगे. उन लोगों ने सर्किल रेट 10 सालों से नहीं बढ़ाया है. खुद जहां जमीन लेते या बेचते हैं, वहां तुरंत रेट बढ़ाते हैं, लेकिन किसानों के जमीन के रेट नहीं बढ़ाएंगे. अगर वो हमारी मांग नहीं मानेंगे तो गौतमबुद्धनगर ठप हो जाएगा.