Lucknow Kisan Mahapanchayat Live Updates: लखनऊ में किसान महापंचायत जारी, राकेश टिकैत बोले- नकली और बनावटी हैं सरकार के सुधार

Kisan Mahapanchayat: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में थोड़ी देर में किसान महापंचायत बैठक शुरू हो गई है. इस बैटक में राकेश टिकैत समेत कई नेता शामिल होंगे.

ABP Live Last Updated: 22 Nov 2021 11:56 AM
टिकैत ने कहा एमएसपी है बड़ा सवाल

केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर अभी कोई भी ऐलान नहीं हुआ है. एमएसपी एक बड़ा सवाल है. एमएसपी पर खरीदारी को लेकर टिकैत ने कहा कि सरकार झूठ बोल रही है. उन्होंने कहा कि झूठ का कोई इलाज नहीं है.

750 किसानों की मृत्यु हुई, उनका ध्यान रखा जाए- टिकैत

लखनऊ में किसान महापंचायत के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त किया जाए. MSP पर क़ानून बनाओ. 750 किसानों की मृत्यु हुई, उनका ध्यान रखा जाए. दूध के लिए भी एक नीति आ रही है उसके भी हम ख़िलाफ़ है, बीज क़ानून भी है. इन सब पर बातचीत करना चाहते हैं.

किसानों की जायज मांगों का भी सामयिक समाधान जरूरी- मायावती

मायावती ने ट्वीट करके कहा है, ‘’पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा लगभग एक साल से आन्दोलित किसानों की तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग स्वीकारने के साथ-साथ उनकी कुछ अन्य जायज मांगों का भी सामयिक समाधान जरूरी ताकि वे संतुष्ट होकर अपने-अपने घरों में वापस लौट कर अपने कार्यों में पूरी तरह फिर से जुट सकें. साथ ही, कृषि कानूनों की वापसी की केन्द्र सरकार की खास घोषणा के प्रति किसानों में विश्वास पैदा करने के लिए जरूरी है कि बीजपी के नेताओं की बयानबाजी पर लगाम लगे जो पीएम की घोषणा के बावजूद अपने भड़काऊ बयानों आदि से लोगों में संदेह पैदा करके माहौल को खराब कर रहे हैं.’’

थोड़ी देर में किसानों को संबोधित करेंगे टिकैत

राकेश टिकैत थोड़ी देर में लखनऊ में जारी किसान महापंचायत में पहुंचेंगे और किसानों को संबोधित करेंगे. उन्होंने बताया कि शनिवार को सरकार को बातचीत के लिए चिट्ठी भेजी गई है. उन्होंने कहा कि अभी आंदोलन खत्म नहीं होगा. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार हमारी कई और मांगें पूरी करे.

किसान महापंचायत शुरू

किसान महापंचायत में भाग लेने के लिए अलग-अलग जिलों के किसान लखनऊ के इकोगार्डंन (पुरानी जेल) बंगला बाजार पहुंच चुके हैं. यहां भारी संख्या में किसान पहुंच चुके हैं जबकि अभी भी किसानों का आना लगातार जारी है. रैली स्थल पर किसान पोस्टर, बैनर और झंडा लेकर यहां पहुंचे हैं.





किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल का बयान

किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा है कि हमने कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की घोषणा के बाद इस पर चर्चा की. सरकार की ओर से घोषणा किए जाने के बाद संगठन ने कुछ फैसले लिए हैं. हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम पहले की तरह ही जारी रहेंगे. उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को सभी सीमाओं पर सभा और 29 नवंबर को संसद तक मार्च होगा.

टिकैत का ट्वीट

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट कर किसानों से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग इस महापंचायत में पहुंचे. 'चलो लखनऊ-चलो लखनऊ' नारे के साथ उन्होंने रविवार को ट्वीट कर लिखा, ''सरकार की ओर से जिन कृषि सुधारों की बात की जा रही है, वे नकली और बनावटी हैं. इन सुधारों से किसानों की बदहाली रुकने वाली नहीं है. कृषि एवं किसानों के लिए न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य को कानून बनाना सबसे बड़ा सुधार होगा.''

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की गिरफ्तारी की मांग

इस रैली में सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी की गिरफ्तारी हो. इसके अलावा एमएसपी समेत कई अन्य मांग रखे जाएंगे. बताया जा रहा है कि संगठन की ओर से आगे की रणनीति को लेकर 27 नवंबर को एक और बैठक होगी. वहीं 29 नवंबर को किसानों का संसद तक निर्धारित मार्च तय कार्यक्रम के अनुसार होगा.

ये नेता होंगे शामिल

लखनऊ में आयोजित इस किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत, दर्शनपाल, बलबीर सिंह राजेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां समेत कई किसान नेता मौजूद रहेंगे. किसानों का यह महापंचायत लखनऊ के इकोगार्डंन (पुरानी जेल) बंगला बाजार में आयोजित की गई है.

बैकग्राउंड

Kisan Mahapanchayat: किसानों के मुद्दों को लेकर लखनऊ में आज किसान महापंचायत हो रही है. यह महापंचायत सुबह 10 बजे से शुरू हुई है. इस महापंचायत में राकेश टिकैत, दर्शनपाल, बलबीर सिंह राजेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां समेत कई किसान नेता मौजूद रहेंगे. यह महापंचायत लखनऊ के इकोगार्डंन (पुरानी जेल) बंगला बाजार में आयोजित की गई है, जो सुबह 10 बजे शुरु हुई.


राकेश टिकैत की अपील


बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में आने के लिए किसानों से अपील की है. उन्होंने 'चलो लखनऊ-चलो लखनऊ' नारे के साथ रविवार को अपने हैंडल से ट्वीट भी किया. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, ''सरकार द्वारा जिन कृषि सुधारों की बात की जा रही है, वे नकली और बनावटी हैं. इन सुधारों से किसानों की बदहाली रुकने वाली नहीं है. कृषि एवं किसानों के लिए न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य को कानून बनाना सबसे बड़ा सुधार होगा.''


नरमी के संकेत नहीं


बता दें कि किसान कानून की वापसी के एलान के बाद भी नरमी का कोई संकेत न दिखाते हुए किसान संगठनों ने घोषणा की कि वे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने संबंधी कानून के लिए दबाव बनाने के वास्ते सोमवार को लखनऊ में महापंचायत के साथ ही अपने निर्धारित विरोध प्रदर्शनों पर अडिग हैं. वहीं, केंद्र सरकार तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की उनकी मांग को पूरा करने के लिए संसद में विधेयक लाने की तैयारी कर रही है.


आंदोलन को लेकर संगठन का बयान


आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) का कहना है कि संगठन अपना निर्धारित विरोध प्रदर्शन जारी रखेगा. जिसमें कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनों का एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में 29 नवंबर को संसद तक मार्च भी शामिल है.

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