नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों की ओर से आयोजित 'किसान संसद' में तीन विवादास्पद कानूनों को निरस्त नहीं करने को लेकर शुक्रवार को सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने यह जानकारी दी.
एसकेएम ने कहा, 'सरकार के खिलाफ एक अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. यह प्रस्ताव इस तथ्य पर आधारित था कि देश भर में लाखों किसानों के शांतिपूर्ण विरोध के बावजूद उनकी मांगों को पूरा नहीं किया किया जा रहा है और सरकार किसान विरोधी कदम उठा रही है.'
राहुल समेत कई विपक्षी नेताओं ने 'किसान संसद' पहुंचकर समर्थन जताया
उधर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी नेताओं ने शुक्रवार को दोपहर में जंतर-मंतर पहुंच कर तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता प्रकट की. किसान संगठनों द्वारा आयोजित ‘किसान संसद’ में भाग लेने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी पार्टियों ने किसानों के प्रति अपना पूरा समर्थन जताया है और तीनों नए कृषि कानूनों को निरस्त करने पर जोर दिया है.
दूसरी तरफ, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विपक्ष के इस कदम को 'मीडिया इवेंट (मीडिया को ध्यान में रखकर किया गया आयोजन)' करार दिया. उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी दल किसानों के मुद्दों को लेकर ईमानदार होते तो संसद में चर्चा करते. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इस विषय पर चर्चा के लिए तैयार है.