Assam KLO News: सरकार ने उग्रवादी संगठन कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (केएलओ) के कमांडर-इन-चीफ जीबन सिंघा कोच और कुछ अन्य नेताओं के जंगल से निकलकर मुख्यधारा में शामिल होने के बाद बातचीत की प्रक्रिया शुरू की है. केंद्र सरकार, असम राज्य सरकार और केएलओ (KLO) के सदस्यों के बीच जल्द ही बैठक होगी, जिसकी तारीखों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.


असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जीबन सिंघा कोच (Jiban Singha Koch) अभी गुवाहाटी में हैं. पुलिस अधिकारी ने कहा, "सरकार ने केएलओ के साथ बातचीत शुरू कर दी है." इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि यह बड़ी खबर है कि जीबन सिंह कोच मुख्यधारा में लौट आए हैं. 


जीबन सिंघा ने किया था सरेंडर


मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "वह कुछ दिन पहले मुख्यधारा में शामिल हुए थे. उन्हें कुछ समय आराम करने दें, फिर वह सरकार के साथ चर्चा शुरू करेंगे." हाल ही में, जीबन सिंघा कोच ने नौ अन्य नेताओं और संगठन के सदस्यों के साथ नगालैंड के मोन जिले के लोंगवा क्षेत्र में सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था.


अलग राज्य की कर रहे मांग


केएलओ कोच राजबंशी समुदाय के लिए अलग राज्य की मांग कर रहा है. यह समुदाय उत्तर पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है और असम अलग कामतापुर राज्य की मांग कर रहा है. दिसंबर 2022 में एक ट्वीट में, असम के मुख्यमंत्री ने कहा था, "क्षेत्र में स्थायी शांति लाने के लिए भारत सरकार के प्रयासों को जारी रखते हुए, मैं राजनीतिक संवाद के माध्यम से सभी मुद्दों को हल करने के लिए केएलओ नेतृत्व की जल्द से जल्द मुख्यधारा में शामिल होने की इच्छा का स्वागत करता हूं. असम सरकार इस फैसले का स्वागत करती है और इस कदम को लेकर सम्मान दिया जाएगा." 


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