Capt Sariya Abbasi: एलएसी पर चीन से चल रही तनातनी के बीच अरूणाचल प्रदेश के फॉरवर्ड लोकेशन पर भारतीय सेना की 'ड्रोन-किलर' गन्स की युवा कमांडर, कैप्टन सरिया अब्बासी की तस्वीरें और वीडियो जबरदस्त तरीके से वायरल हो रही हैं. बायो टेक्नोलॉजी से बीटेक सरिया अब्बासी पिछले चार साल से आर्मी एयर-डिफेंस (एएडी) रेजीमेंट में अपनी सेवाएं दे रही हैं‌ और इनदिनों तवांग और बूमला के बीच एक अन-डिस्कलोज लोकेशन पर तैनात हैं.


कैप्टन सरिया एडी (एयर डिफेंस) गन, एल-70 गन की ‌ट्रूप कमांडर हैं. करीब 30-45 साल पहले स्वीडन से ली गई एल-70 एडी-गन को हाल ही भारतीय सेना ने अपग्रेड कर एंटी-ड्रोन गन में तब्दील कर दिया है. पहले जहां ये गन दुश्मन के हेलीकॉप्टर और फाइटर जेट्स को मार गिराने के लिए इस्तेमाल की जाती थी, अपग्रेड करने के बाद इसे अब 'ड्रोन-किलर' में तब्दील कर दिया गया है. अपग्रेड करने के बाद इसमें ऑपटिकल रडार और लेजर से लैस कर दिया गया है.




हाल ही में अरूणाचल प्रदेश के दौरे पर गई एबीपी न्यूज की टीम जब सेना की तैयारियों का जायजा ले रही थी तब कैप्टन सरिया ने ही एल-70 एडी गन 'ड्रोन किलर' के डेमो का नेतृत्व कर रही थीं. एलएसी पर चीनी ड्रोन के बढ़ते खतरों को देखते हुए ही भारतीय सेना ने इन एल-70 गन्स को एलएसी के करीब तैनात किया है. कैप्टन सरिया अब्बासी पिछले चार सालों से भारतीय सेना को अपनी सेवाएं दे रही हैं. वे पैतृक रूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की रहने वाली हैं. 




उनके पिता डॉ. तहसीन अब्बासी ऑल इंडिया रेडियो से बतौर स्टेशन डायरेक्टर के तौर पर काम करते थे और अब रिटायर हो चुके हैं. सरिया की मां रेहाना अब्बासी गोरखपुर के एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल के तौर पर अपनी सेवाएं दे रही हैं.


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