नई दिल्ली: अरविंद केजरीवाल सरकार में कैलाश गहलोत ने भी मंत्री पद की गोपनीयता की शपथ ली. उन्होंने 2015 में भी जाट बहुल क्षेत्र नजफगढ़ से जीत दर्ज की थी. 2015 में बंपर जीत के बाद उन्हें परिवहन, राजस्व, कानून, न्याय और विधान मामलों, सूचना और प्रौद्योगिकी, प्रशासनिक सुधार तक की जिम्मेदारी सौंपी गई. 2020 के चुनाव में गहलोत को त्रीकोणीय मुकाबले में कड़ी टक्कर मिली. उनकी जीत का अंतर महज 6,231 वोट रहा. नजफगढ़ विधानसभा सीट निर्दलियों का गढ़ रही है.


दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में अरविंद केजरीवाल ने विकास को अपना मुद्दा बनाया. इसमें उन्होंने 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और डीटीसी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा पर पूरा फोकस किया. महिलाओं को फ्री बस यात्रा देने का पूरा खाका खींचने का श्रेय परिवहन मंत्री रहते हुए कैलाश गहलोत का माना जाता है.


दोबारा जीत दर्ज कर धारणा को दी मात


दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री रहे कैलाश गहलोत इस बार भी जफगढ़ से विधायक बने. नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बारे में कहा जाता है कि यहां से कोई नेता दूसरी बार लगातार नहीं जीत दर्ज कर पाया. मगर कैलाश गहलोत ने 2020 में जीत दर्ज कर पुरानी धारणा को ध्वस्त कर दिया. दिल्ली सरकार में कैलाश परिवहन मंत्री रहे गहलोत ने दिल्ली की बसों में महिलाओं को फ्री यात्रा की सौगात दी. अरविंद केजरीवाल के घोषणा पत्र में छात्रों को मुफ्त यात्रा का वादा किया है.


कैलाश गहलोत दिल्ली उच्च न्यायालय में 16 वर्षों तक सफल अधिवक्ता की भूमिका निभाई है. 2005-07 में गहलोत दिल्ली उच्च न्यायालय के बार एसोसिएशन में सदस्य कार्यकारी के रूप में निर्वाचित हो चुके हैं. उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से पूरी की.


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