Kashmir Tigers: जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाए रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. यहां कठुआ के बदनोटा इलाके में आतंकवादियों ने सेना के एक काफिले पर हमला कर दिया. इस हमले में भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए, जबकि 5 जवान घायल हैं. सेना पर हुए इस हमले की जिम्मेदारी 'कश्मीर टाइगर्स' नाम के आतंकी संगठन ने ली है. आतंकियों ने भारतीय सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था.
इसको लेकर अधिकारियों ने बताया कि जवानों ने जवाबी कार्रवाई किए, लेकिन आतंकी पास के जंगल में भाग गए. आतंकियों किए तलाश के लिए इलाके में अतिरिक्त बल भेजा गया है.
कैसे बना कश्मीर टाइगर्स
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद 4 नए आतंकी संगठन बन गए हैं. इसमें से एक कश्मीर टाइगर्स है. अन्य तीन आतंकी संगठन टीआरएफ, पीएएफएफ और एलईएम हैं. इस आतंकी संगठन की शुरुआत जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी रहे मुफ्ती अल्ताफ उर्फ अबू जार ने की थी. मुफ्ती अल्ताफ जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का है.
आतंकी संगठन बनाने के बाद मुफ्ती अल्ताफ ने एक वीडियो जारी किया था. इस वीडियो में उसने कहा था, 'उसके पास कई आतंकी हैं. माना जाता है कि उसके पास वो आतंकी हैं, जो जैश छोड़कर आए हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, पहले मुफ्ती अल्ताफ आतंकियों किए मदद किया करता था.
आतंकी संगठन ने जारी किया था लेटर
इस हमले के बाद आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने एक लेटर जारी किया गया था. इस पत्र में आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी ली थी. लेटर में लिखा है. 'मुजाहिदीन ने इस हमले के लिए ग्रेनेड और स्नाइपर राइफलों का इस्तेमाल किया है. इस हमले के बाद सभी मुजाहिदीन सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब हुए हैं. ये हमला डोडा में शहीद तीन मुजाहिदीनों का बदला लेने के लिए किया गया है. आने वाले समय में और ज्यादा खतरनाक हमले जारी रहेंगे. कश्मीर की आजादी तक जंग जारी रहेगी. '