खुद को बताया PMO का अधिकारी... Z+ सिक्योरिटी के साथ सुविधाओं का लिया आनंद, जानिए कौन है किरण पटेल
PMO Fake Official: किरण पटेल को अधिकारियों ने श्रीनगर के एक होटल से गिरफ्तार किया था. आरोपी ने खुद को पीएमओ अधिकारी बताया और सरकारी सुविधाओं का आनंद लिया.
PMO Fake Official Arrested: प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का शीर्ष अधिकारी बताकर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा में सेंध लगाने वाले किरणभाई पटेल को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पटेल को जेड-प्लस सिक्योरिटी, एक बुलेटप्रूफ एसयूवी और जम्मू-कश्मीर के एक फाइव स्टार होटल में आधिकारिक आवास मिला हुआ था. आरोप है कि पटेल ने जम्मू कश्मीर में शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें की और एलओसी के साथ-साथ ही कई अहम स्थानों का दौरा भी किया.
किरण पटेल को जम्मू कश्मीर में सुरक्षा अधिकारियों ने 3 मार्च को गिरफ्तार किया था. आरोपी ने खुद को केंद्र में एक 'अतिरिक्त सचिव' बताया और दावा किया कि उसे दक्षिण कश्मीर में सेब के बागों के लिए खरीदारों की पहचान करने के लिए सरकार की ओर से आदेश दिया गया था.
कौन है किरण पटेल?
किरण पटेल गुजरात का निवासी है. आरोपी का वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट है. उसकी ट्विटर प्रोफाइल के अनुसार, उसने वर्जीनिया में कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी से पीएचडी और आईआईएम त्रिची से एमबीए किया है. आरोपी ने ट्विटर पर खुद को एक विचारक, रणनीतिकार, विश्लेषक और कैंपेन मैनेजर बताया है. आरोपी ने जम्मू और कश्मीर पुलिस से वीआईपी ट्रीटमेंट मिलने के कई वीडियो भी पोस्ट किए, जो उसे प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का अधिकारी मानते थे.
सरकारी सुविधाओं का लिया आनंद
श्रीनगर के निशात पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, किरण पटेल इस कश्मीर घाटी के कई हिस्सों में गतिविधियों में शामिल था. उसने सरकारी आतिथ्य का आनंद लिया, एक निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) और एक लक्जरी होटल में कमरा भी लिया. पटेल के खिलाफ 2 मार्च को धोखाधड़ी और जालसाजी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था और उन्हें अगले दिन गिरफ्तार कर लिया गया था.
ऐसे आया पकड़ में
पटेल जब 2 मार्च को तीसरी बार कश्मीर आया और हवाईअड्डे पर उतरा तो सीआईडी अधिकारियों को उस पर शक हुआ. क्योंकि अधिकारियों को किसी वीआईपी मूवमेंट के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी. आरोपी की गिरफ्तारी और प्रारंभिक पूछताछ के बाद, अधिकारियों ने उसके कब्जे से जाली पहचान पत्र बरामद किए. पटेल के पास से 10 फर्जी विजिटिंग कार्ड बरामद किए गए और दो मोबाइल भी जब्त किए गए.
इस बीच, पटेल के वकील रेहान गोहर ने दावा किया कि उनके मुवक्किल के साथ एक और व्यक्ति था. गौहर ने कहा कि पुलिस ने मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 16ए के तहत उनका (किरण पटेल का) बयान दर्ज किया, लेकिन एक अन्य व्यक्ति को रिहा कर दिया गया. किरण पटेल ने अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों का खंडन करते हुए उन्हें निराधार करार दिया.
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