सीमा की सुरक्षा के लिए इजरायल ने तैनात किए ‘रोबोट गॉर्ड’, जानें कैसे करते हैं काम?
जेरूसलम: इजरायल सेना ने रोबोट के ज़रिए अपनी सीमा की सुरक्षा तय की है. सेना दस्ते को बॉर्डर पर भेजे बिना,सीमा की सुरक्षा की पूरी गारंटी के लिए रोबोट गार्ड तैयार किए गए हैं. सीमा की सुरक्षा में तैनात इजरायल का रोबोट गॉर्ड इजरायल की सीमा की अभेद्य दीवार है.
3 दिनों की यात्रा पर आज इजरायल जाएंगे PM मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति और पोप जैसा मिलेगा सम्मान
मिश्र से सटी सीमा पर इजरायल ने रोबोट गार्ड तैनात किए हुए हैं. इन रोबोट गार्ड में दो कैमरे लगे हुए हैं. एक ऊपर और दूसरा नीचे. दोनों कैमरे कंट्रोल रूम से जुड़े हुए हैं. जहां लाइव स्क्रीन पर सीधी तस्वीर देखी जा सकती है. अगर कंट्रोल रूम में लापरवाही कर दी जाए तो 15 मीटर के दायरे में किसी जीवित प्राणी के आने पर ऑटोमैटिक वार्निंग देता है और साथ ही कंट्रोल रूम को वार्निंग भी.
IN DEPTH: प्रधानमंत्री मोदी के इजरायल दौरे के क्या हैं मायने ?
रोबोट गार्ड में लगे कैमरे इंफ्रा रेड तकनीक से लैस है. साथ ही ये नाईट विजन तकनीक से भी सुसज्जित हैं, इसलिए दिन हो या रात ये रोबोट बराबर कुशलता से काम करता है. अगर वार्निंग के वाबजूद घुसपैठिया सीमा में घुसने की कोशिश करे तो सुरक्षा बल तुरंत सबक सिखाने के लिए हाज़िर रहते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजरायल यात्रा के कई मायने, ट्रंप के दौरे से भी ज्यादा तरजीह
इजरायल में ह्यूमन पेट्रोलिंग अब पुरानी बात हो गयी है. इससे सीमा पर पहरेदारी में जवानों का लहू बहने से बच जाता है. जवानों की जगह रोबोट के लेने से सीमा की निगरानी और भी ज़्यादा सटीक हो गयी है. इंसानी आंख से तो घुसपैठिया बच सकता है, लेकिन रोबोट की आंख से नहीं बच सकता.
भारत के करारे जवाब से तिलमिलाया चीन!
रोबोट गार्ड की तकनीक भारत खासतौर पर जम्मू-कश्मीर के घुसपैठ प्रभावित इलाकों के लिए रामबाण साबित हो सकती है. हर साल आतंकी बर्फ गिरने से पहले कश्मीर में घुसपैठ कर आतंक फैलाते है.