नई दिल्ली: एक बार फिर अरविंद केजरीवाल की कैबिनेट बनकर तैयार हो चुकी है. सत्येंद्र जैन फिर मंत्री बनाए गए हैं. 55 साल के जैन आम आदमी पार्टी के उन नेताओं में शामिल हैं जिन्हें केजरीवाल की कैबिनेट में तीसरी बार मौका मिला है यानि जैन केजरीवाल की तीनों सरकार में शामिल हैं.
आइए जानते हैं सत्येंद्र जैन के बारे में:-
दिल्ली विधानसभा चुनाव - 2020 में सत्येंद्र जैन ने शकूरबस्ती से आप के टिकट पर चुनाव जीता. उन्होंने 7,592 वोटों के अंतर से अपने विरोधी को हराया. इससे पहले अरविंद केजरीवाल सरकार का हिस्सा बनने वाले जैन 2013, 2015 के चुनाव में भी जीत दर्ज कर चुके हैं.
सत्येंद्र जैन आम आदमी पार्टी की दोनों सरकारों में स्वास्थ्य मंत्री रहे. कहा जाता है कि उन्होंने ही केजरीवाल सरकार को फ्री इलाज के लिए मोहल्ला क्लीनिक शुरू करने को प्रेरित किया. जिसका प्रयोग लोगों के बीच सफल रहा. मोहल्ला क्लीनिक की चर्चा देश से बाहर भी हुई. विश्व नेताओं ने फ्री हेल्थ केयर पहल की सराहना की. केजरीवाल सरकार की कामयाबी के पीछे मोहल्ला क्लीनिक का सफल प्रयोग भी सत्ता की वापसी का एक अहम फैक्टर रहा.
शुरुआत से ही सामाजिक सेवा में रहे हैं आगे
अरविंद केजरीवाल के साथ सत्येंद्र जैन भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन में शामिल रहे. उन्होंने सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट में अपनी सेवाएं दी हैं. बाद में उन्होंने सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर एक फर्म की स्थापना की. सामाजिक कार्यों में भी जैन की रूचि रही है. इसके लिए कई सामाजिक संगठनों के साथ जुड़ कर लोगों की सेवा की. उनका राजनीतिक सफर अन्ना हजारे के आंदोलन से जुड़कर ही शुरू हो गया था.
आम आदमी की सरकार में जैन विवादों में भी आ चुके हैं. शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट में उनके खिलाफ भाई भतीजावाद का आरोप लग चुका है. सीबीआई उनकी बेटी की नियुक्ति मामले की जांच कर चुकी है. आरोप है कि हेल्थकेयर को अमलीजामा पहनाने के लिए जैन ने अपनी बेटी को नियुक्त करने में सरकारी पद का दुरुपयोग किया. आम आमदी पार्टी ने सीबीआई की जांच को प्रताड़ित करनेवाला बताया और आरोप लगाया कि विकास के कार्यों को नहीं करने दिया जा रहा है.
सत्येंद्र जैन अपने परिवार के साथ सिविल लाइंस के सरकारी बांग्ला में रहते हैं. इससे पहले उत्तर पश्चिमी दिल्ली के सरस्वती विहार में रहा करते थे. जैन के रिटायर्ड शिक्षक पिता उनके जन्म के बाद ही दिल्ली आ गये थे. जैन के माता-पिता उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के किरथाल इलाके के निवासी हैं.
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