Sit On Lap Controversy: क्या है सिट ऑन लैप विवाद, जिसको लेकर अब केरल सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला
Kerala Sit on Lap Controversy: सोशल मीडिया में ऐसी तस्वीरें वायरल होने के बाद नगर निगम के अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बस स्टैंड पर एक्शन लिया और बस स्टैंड के वेटिंग एरिया को तुड़वा दिया.
Sit On Lap Controversy: केरल के तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) में एक बस स्टैंड (Bus Stand) पर कॉलेज (Collage Student) के लड़के-लड़कियों के साथ बैठने का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. इस विरोध के बाद छात्र-छात्राओं (Students) ने कुछ ऐसा किया कि सोशल मीडिया (Social Media) पर उनकी अलग ही तस्वीरें दिखाईं देने लगीं. यहां के स्थानीय लोगों ने बस स्टैंड अथॉरिटी (Bus Stand Athority) में इस बात को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी कि यहां पर लड़के लड़कियां साथ बैठते हैं. इस बात को लेकर उन लोगों ने आपत्ति दर्ज की थी. ये बस स्टैंड त्रिवेंद्रम-इंजीनियरिंग कॉलेज (Trivendram Engeenering Collage) के पास स्थित था, जहां सरकारी कॉलेज के स्टूडेंट अक्सर बस का इंतजार किया करते थे.
किस वजह से बढ़ी नाराजगी
इसके बाद स्टूडेंट्स ने वहां के स्थानीय लोगों पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया पर फोटो शेयर किए जिसमें लड़कियां लड़कों की गोद में बैठी नजर आईं. बस स्टैंड पर छात्रों की गोद में बैठी छात्राओं की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी. ऐसी तस्वीरें वायरल होने के बाद नगर निगम के अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बस स्टैंड पर एक्शन लिया और बस स्टैंड के वेटिंग एरिया को तुड़वा दिया. मेयर आर्य एस राजेंद्रन द्वारा यहां गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग-त्रिवेंद्रम (सीईटी) के पास श्रीकार्यम में उसी स्थान पर दूसरा जेंडर-न्यूट्रल बस स्टैंड बनाने का वादा भी किया था. इसके दो महीने के बाद अधिकारियों ने इस बस स्टैंड को ध्वस्त कर दिया.
2 जुलाई को छात्रों ने किया था विरोध
दरअसल जुलाई महीने में इस बस स्टैंड पर मेल और फीमेल छात्रों के एक ही बेंच शेयर करने पर स्थानीय लोगों ने उस बेंच को तीन हिस्सों में विभाजित कर दिया था. इसके बाद इंजीनियरिंग के छात्रों की गोद में बैठने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं.
यहां बड़ी बात ये थी कि सोशल मीडिया पर इन छात्रों और छात्राओं को लोगों का खूब समर्थन मिला. 2 जुलाई को छात्रों ने इस बात का विरोध भी किया था. जबकि निगम के अधिकारियों को इस बात का डर था कि स्थानीय लोग इस तरह से मेल-फीमेल स्टूडेंट्स के साथ बैठने से नाराज होंगे.
छात्रों ने बताई विरोध की वजह
मेयर आर्य राजेंद्रन (Mayor Arya Rajendran) ने कहा कि अब उस स्थान पर एक जेंडर न्यूट्रल बस वेटिंग सेंटर (Gender Neutral Bus Waiting Center) बनवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बस स्टैंड को सुरक्षा (Security) के नजरिए से तोड़ा गया है. स्थानीय लोगों ने बस स्टैंड प्रतीक्षालय (Bus Stand Waiting Center) में स्टील की लंबी बेंचों को इसी वजह से तीन हिस्सों में काट दिया था ताकि एक सीट पर एक ही लोग बैठ सकें. वहीं इस मामले पर इंजीनियरिंग छात्रों का कहना था कि जब भी हम लड़के-लड़कियां एक साथ बैठते हैं तो हम लोगों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ता है. इसी वजह से हमने विरोध के लिए ऐसी तरीका अपनाया.
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