नई दिल्लीः क्या आपने स्ट्रॉबेरी मून को देखा है. अगर नहीं तो आज रात स्ट्रॉबेरी मून दिखाई पड़ेगा. आज पूर्णिमा है और इस दिन स्ट्रॉबेरी मून दिखाई पड़ेगा. आज दिखने वाले चांद का रंग स्ट्रॉबेरी की तरह ही होगा जिसे स्ट्रॉबेरी मून कहा गया है. बता दें कि चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी से निकटता के कारण अपने सामान्य आकार से बड़ा दिखाई देगा.


इससे पहले ब्लड मून और सुपरमून लोग देख चुके हैं. वैसे कई बार देखने को मिला है कि पूर्णिमा के चांद सूपरमून कहा जाता है लेकिन हर पूर्णिमा की चांद को सूपरमून नहीं कहा जाता है.


किसने किया था नामकरण


वैज्ञानिकों के मुताबिक 24 जून को चांद अपनी कक्षा में चक्कर लगाते समय धरती के नजदीक आएगा. उस दौरान यह मौजूदा आकार से थोड़ा बड़ा दिखेगा. इस चांद का नामकरण उत्तरी अमेरिका के एल्गोनक्विन आदिवासियों ने किया था.


उत्तरी अमेरिका के एल्गोनक्विन आदिवासियों ने इस दिन के चंद्रमा का नाम स्ट्रॉबेरी मून इसलिय रखा था क्योंकि इसी समय उत्तरी अमेरिका में स्ट्रॉबेरी फल को काटने का समय होता है.


क्यों नाम रखा गया रोज मून  


आज के दिन दिखने वाली चंद्रमा को यूरोप में रोज मून कहा जाता है. यह मून गुलाब की कटाई का प्रतीक है. उत्तरी गोलार्ध में इसे हॉट मून भी कहा जाता है. क्योंकि आज ही के दिन से भूमध्य रेखा के उत्तर में गर्मी के मौसम की शुरुआत करता है.


गौरतलब है कि हाल ही के दिनों में कई खगोलीय घटनाएं लोगों ने देखी है. बीते दिनों सुपर मून, ब्लड मून, चंद्र ग्रहण और फिर रिंग ऑफ फायर यानि सूर्य ग्रहण दिखाई दे चुका है.