नई दिल्लीः पाकिस्तान की धरती से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने वाला संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने एक बार फिर भारत में कायरतापूर्ण हमला बोला है. आतंकी संगठन जैश ने इस बार सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया जिसमें 40 जवान शहीद हो गए. जैश के आतंकी आदिल अहमद ने बारूदों से भरी एक गाड़ी को सीआरपीएफ के काफिले की गाड़ी से टकरा दिया. इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है.
ऐसा नहीं कि पहली दफा जैश-ए-मोहम्मद ने इस तरह का हमला किया हो इससे पहले भी वह भारत में कई बड़े हमले को अंजाम दे चुका है. इन हमलों में संसद भवन हमला, जम्मू कश्मीर में विधानसभा के गेट पर विस्फोट, पठानकोट और उड़ी शामिल है.
जैश के बड़े हमले
24 सितंबर 2001: एक आतंकी विस्फोटक पदार्थों से भरी कार श्रीनगर में विधानसभा भवन से टकरा दी. इसी दौरान कई अन्य आतंकी विधानसभा की पुरानी इमारत में पीछे से घुस गए और वहां आग लगा दी. इस घटना में 38 लोग मारे गए थे.
13 दिसंबर 2001: जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने भारतीय संसद पर हमला बोला था. इस दौरान एक सफेद रंग की ऐंबैसडर कार संसद भवन की ओर जा रही थी लेकिन सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के कारण इसे अंदर घुसने से पहले ही रोक लिया गया था.
2 जनवरी 2016: पंजाब के पठानकोट में वायु सेना ठिकाने पर हमला भी जैश के आतंकियों ने किया था. चार आतंकियों ने मिलकर एयरफोर्स बेस में हमला कर दिया था. आंतकी सेना की वर्दी में घुसे थे. सभी आंतकी जैश-ए-मोहम्मद के बताए जा रहे थे. सेना ने सभी हमलावरों को मार गिराया था. इस मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हो गए थे.
18 सितंबर 2016: जम्मू कश्मीर के उड़ी सेक्टर में LOC के पास आंतकियों ने आर्मी हेडक्वार्टर पर हमला कर दिया था. इस हमले में सेना के 18 जवान शहीद हुए थे. जवानों ने हमले में शामिल सभी 4 आतंकियों को मार गिराया था.
14 फरवरी 2019: जैश के आतंकी आदिल अहमद ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला बोला. आदिल ने जवानों की गाड़ी से बारूद भरे अपनी गाड़ी को टकरा दिया. जिसके बाद एक गाड़ी के परखच्चे उड़ गए. इसमें बैठे 40 जवान शहीद हो गए.
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