एक्सप्लोरर

बाइडेन आज लेंगे राष्ट्रपति पद की शपथ, जानें कितनी मिलेगी सैलरी और क्‍या होंगी सुव‍िधाएं

राष्ट्रपति बनते ही बाइडेन की सैलरी से लेकर सभी भत्ते मिलने लगेंगे. आइए एक नजर डालते हैं कि राष्‍ट्रपति के तौर पर बाइडेन की सैलरी कितनी होंगी.

जो बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. बाइडेन के शपथग्रहण से पहले अमेरिका राजधानी वाशिंगटन को पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 25 हजार से ज्यादा सैनिकों की तैनाती की गई है. भारतीय समयानुसार रात 10.30 बजे जो बाइडेन और कमला हैरिस को शपथ दिलाई जाएगी.

किसी भी हंगामे की आशंका को देखते हुए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह का पूरा ढांचा बदल दिया गया है. जो बाइडेन की टीम ने अमेरिकियों से राजधानी में आने से बचने की सलाह दी है.

राष्ट्रपति बनते ही बाइडेन की सैलरी से लेकर सभी भत्ते मिलने लगेंगे. आइए एक नजर डालते हैं कि राष्‍ट्रपति के तौर पर बाइडेन की सैलरी कितनी होंगी. उन्हें क्या क्या सुविधाएं मिलेंगी.

न्‍यूयॉर्क की एक वेबसाइट के मुताबिक उनकी सैलरी सालाना करीब चार लाख अमेरिकी डॉलर है. अगर रुपये में गिनती करें तो ये करीब दो करोड़ 92 लाख रुपये हैं. इसके अलावा प्रेसीडेंट को 50 हजार डॉलर का सालाना एक्‍सपेंस एलाउंस भी म‍िलता है. साथ ही एक लाख डॉलर का नॉन टैक्‍सेबल ट्रैवल एलाउंस भी म‍िलता दिया जाता है.

अमेरिकी राष्‍ट्रपति को मनोरंजन के लिए भी सालाना 19 हजार डॉलर दी जाती है. अगर कोई राष्ट्रपति सैलरी दान करना चाहे तो वह भी कर सकता है. राष्ट्रपति की पत्नी यानी वहां की फर्स्‍ट लेडी को कोई सैलरी नहीं मिलती है.

शपथग्रहण से पहले हुए भावुक हुए जो बाइडेन, बोले- कमला हैरिस के साथ मिलकर बदलेंगे हालात 

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

EXCLUSIVE: खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला की कनाडा में गोलीबारी कांड में गिरफ्तारी से लेकर जमानत तक पूरी कहानी
खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला की कनाडा में गोलीबारी कांड में गिरफ्तारी से लेकर जमानत तक पूरी कहानी
Delhi Weather: दिल्ली में टूटा रिकॉर्ड, 5 साल में सबसे गर्म महीना रहा नवंबर, AQI बहुत खराब 
दिल्ली में टूटा रिकॉर्ड, 5 साल में सबसे गर्म महीना रहा नवंबर, AQI बहुत खराब 
काटने के बाद भी कैसे जिंदा रहता है केंचुआ? जान लीजिए जवाब
काटने के बाद भी कैसे जिंदा रहता है केंचुआ? जान लीजिए जवाब
क्रिकेट में फिर निकला मैच फिक्सिंग का जिन्न, दक्षिण अफ्रीका के 3 क्रिकेटर गिरफ्तार; पूरा मामला जान उड़ जाएंगे होश
क्रिकेट में फिर निकला मैच फिक्सिंग का जिन्न, दक्षिण अफ्रीका के 3 क्रिकेटर गिरफ्तार
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Breaking News : Maharashtra-Haryana के चुनावी नतीजों पर Kharge की फटकार | CongressMaharashtra New CM News : महाराष्ट्र में सीएम फेस पर फंसा पेंच,बीजेपी फिर चौंकाएगी! | Shinde | BJPSambhal Clash : Supreme Court ने की संभल में शांति बहाल की अपील | Breaking News | Akhilesh YadavSambhal Clash : हिंसा के बाद आज संभल जाएगा सपा का प्रतिनिधिमंडल | Breaking News | Akhilesh Yadav

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
EXCLUSIVE: खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला की कनाडा में गोलीबारी कांड में गिरफ्तारी से लेकर जमानत तक पूरी कहानी
खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला की कनाडा में गोलीबारी कांड में गिरफ्तारी से लेकर जमानत तक पूरी कहानी
Delhi Weather: दिल्ली में टूटा रिकॉर्ड, 5 साल में सबसे गर्म महीना रहा नवंबर, AQI बहुत खराब 
दिल्ली में टूटा रिकॉर्ड, 5 साल में सबसे गर्म महीना रहा नवंबर, AQI बहुत खराब 
काटने के बाद भी कैसे जिंदा रहता है केंचुआ? जान लीजिए जवाब
काटने के बाद भी कैसे जिंदा रहता है केंचुआ? जान लीजिए जवाब
क्रिकेट में फिर निकला मैच फिक्सिंग का जिन्न, दक्षिण अफ्रीका के 3 क्रिकेटर गिरफ्तार; पूरा मामला जान उड़ जाएंगे होश
क्रिकेट में फिर निकला मैच फिक्सिंग का जिन्न, दक्षिण अफ्रीका के 3 क्रिकेटर गिरफ्तार
2024 में महिलाओं के लिए वरदान बनकर आईं ये योजनाएं, हर महीने हो रही कमाई
2024 में महिलाओं के लिए वरदान बनकर आईं ये योजनाएं, हर महीने हो रही कमाई
'मैं कभी हिंदी फिल्में नहीं करूंगा...', 'पुष्पा 2' के इवेंट में बोले अल्लू अर्जुन, जानें वजह
'मैं कभी हिंदी फिल्में नहीं करूंगा', अल्लू अर्जुन ने क्यों लिया ऐसा फैसला?
'मुसलमान क्या करें, बाहर निकलेंगे तो पुलिस मारेगी', आखिर ये क्यों बोले कांग्रेस सांसद इमरान मसूद
'मुसलमान क्या करें, बाहर निकलेंगे तो पुलिस मारेगी', आखिर ये क्यों बोले कांग्रेस सांसद इमरान मसूद
क्या टूटने की कगार पर हैं भारत-कनाडा के संबंध? संसद में विदेश मंत्रालय का जवाब- 'ट्रूडो सरकार देती है चरमपंथियों को पनाह'
क्या टूटने की कगार पर हैं भारत-कनाडा के संबंध? संसद में विदेश मंत्रालय का जवाब- 'ट्रूडो सरकार देती है चरमपंथियों को पनाह'
Embed widget