नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों से ये सवाल उठ रहा है कि देश के नंबर-1 स्वच्छ शहर में कोरोना आया कहां से? इसका जवाब मिल गया है. इंदौर के कलेक्टर के मुताबिक जनवरी औऱ फरवरी में एयरपोर्ट से आये यात्रियों से इंदौर में कोरोना फैला है.


इंदौर को देश के सबसे स्वच्छ शहर का तमगा मिला हुआ है. ऐसे में ये शहर कोरोना का सबसे बड़ा केंद्र बन जाएगा, ये दो महीने पहले असंभव सा लगता था. लेकिन आज इंदौर में नौ सौ के करीब मामले पहुंच चुके हैं. इंदौर में कोरोना कैसे आया इसे लेकर अभी तक कयास लगाए जा रहे थे, कोई पुष्ट जानकारी नहीं थी. लेकिन अब इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने इसका खुलासा किया है.


- मनीष के मुताबिक इंदौर में एयरपोर्ट के जरिए कोरोना फैला.
- जनवरी और फरवरी में बाहर से 5 से 6 हजार लोग आए थे.
- लोगों की स्क्रीनिंग और होम क्वांरन्टीन सख्ती से होना था जो नहीं हुआ.
- उस दौरान आंदोलन भी चल रहा था, कई लोग उसमें भी शामिल हुए थे.


बता दें कि इंदौर में कोरोना का पता काफी देर से चला. मध्य प्रदेश उन राज्यों में था जहां शुरुआत में कोई मामला नहीं आया था. लेकिन फिर एक-एक कर मामले बढ़ने लगे. इंदौर के डॉ आनंद राय का कहना है कि-


- इंदौर में जो संक्रमण फैला है उसकी प्रमुख वजह है 4400 लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री.
- जिन लोगों को होम क्वारन्टीन करने को कहा गया था उसका सही तरह से पालन नहीं हुआ.
- शुरू में एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग नहीं थी, जिसकी वजह से लक्षण वालों लोगों की पहचान नहीं हो पाई.
- इसके अलावा अतिआवश्यक सेवाओं में जो लोग लगे हैं उनकी रैंडम सैंम्पलिंग होनी चाहिए थी.


मध्य प्रदेश में इंदौर के अलावा भोपाल दूसरा बड़ा हॉटस्पॉट है. वहां भी कोरोना के मरीजों की संख्या दो सौ के पार पहुंच चुकी है. राज्य में अबतक 1407 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं तो वहीं 127 मरीज कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं. 70 लोगों की इस वायरस ने जान ले ली है.


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