नई दिल्ली: आज से 5 दिन बाद यानी 21 जून को दुनिया में तीसरी बार योग दिवस मनाया जाएगा. पीएम मोदी की पहल पर ही दुनिया के करीब 175 देश योग की राह पर चल पड़े हैं. योग का संदेश देने वाले मोदी आज दुनिया के लिए योग गुरु बन चुके हैं. पीएम मोदी ने योग दिवस के लिए देश से सेल्फी विद डॉटर जैसी अपील की. मोदी ने लोगों से कहा है कि तीसरे योग दिवस पर अपने परिवार की तीन पीढ़ियों के साथ योग करें, तस्वीर लें और उसकी तस्वीर भेजें. योग पीएम मोदी की जिंदगी का हिस्सा है. वो चाहते हैं कि योग हर किसी की जिंदगी का हिस्सा बनें.
PM मोदी ने योग को दिलाई अंतर्राष्ट्रीय पहचान और मान्यता
आपको बता दें कि 2015 में पहली बार दुनिया ने योग किया था. पीएम मोदी खुद दिल्ली के इंडिया गेट पर योग की मुद्राएं करते हुए दिखे थे. पिछले साल 2016 को मोदी चंडीगढ़ में 30 हजार लोगों के साथ योग करते दिखे थे. दरअसल योग भारत की प्राचीन परम्परा का हिस्सा है जो तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए सदियों से किया जाता रहा है. भारत में कई गुरूओं को योग को लोकप्रिय बनाया लेकिन योग को अंतर्राष्ट्रीय पहचान और मान्यता पीएम मोदी ने दिलाई.
पीएम मोदी की खास बात ये है कि वो सामान्य को भी खास बना देते हैं. 21 जून को फिर से विश्व योग दिवस की तारीख नजदीक आ रही है. यूएन के सदस्य देशों में न जाने क्या तैयारी हो रही होगी लेकिन पीएम मोदी और उनकी सरकार योग दिवस को लेकर अभी से जबर्दस्त एक्शन में है. टीवी पर आपने देखा होगा कि योग का सरकारी विज्ञापन. पीएम ने देश को भी योग दिवस की तैयारी में लगा दिया है. 32वीं मन की बात करते हुए पीएम मोदी ने डॉटर विथ सेल्फी की तर्ज पर देश को तीन पीढ़ियों के संयुक्त योग की राह दिखाई.
PM मोदी की जिंदगी से कैसे और कितनी गहराई तक जुड़ा हुआ है योग ?
नरेंद्र मोदी 14 साल तक गुजरात के सीएम रहे. तीन साल से देश चला रहे हैं. बिना थके बिना रुके काम करते हैं. नवरात्र के नौ दिन तक सिर्फ पानी पीकर देश ही नहीं विदेश के दौरे तक कर लेते हैं. पीएम मोदी खुद कभी नहीं बताते कि देश की मजदूरी करने के लिए इतना कुछ करने के लिए उनके पास ऊर्जा कहां से आती है. आज हम आपको बता रहे हैं कि पीएम मोदी खुद कितने बड़े योगी हैं. योग उनकी जिंदगी से कैसे और कितनी गहराई तक जुड़ा हुआ है.
पीएम मोदी की दिनचर्या सुबह साढे चार, पौने पांच बजे शुरू हो जाती है. 10 मिनट तक वो प्रार्थना करते हैं. फिर वो पीएम निवास के प्रांगण में आकर योग करते हैं. करीब एक घंटे तक योग के अलग अलग आसन करते हैं. यही एक घंटा पूरे दिन के लिए पीएम मोदी को ऊर्जा से भर देता है. पीएम मोदी को जानने वाले लोग बताते हैं कि मोदी कितने भी व्यस्त क्यों न हों, देश में हों या विदेश में कभी भी योग से समझौता नहीं करते.
कितना पुराना है PM मोदी और योग का संबंध ?
पीएम मोदी आज अगर देश से कह रहे हैं कि योग कीजिए तो इसके पीछे उनका खुद का अनुभव ही है. मोदी जब पीएम नहीं बने थे और दुनिया योग के प्रति उनके जुड़ाव से परिचित नहीं थी तब टीवी इंटरव्य़ू में मोदी ने बताय़ा था कि उनका और योग का संबंध कितना पुराना है. मोदी सिर्फ योग करते रस्म अदायगी नहीं चाहते. योग को बीमारी का इलाज मानते हैं. पिछले साल चंडीगढ़ में योग करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि योग से डायबिटिज से मुक्ति नहीं मिलेगी लेकिन उसे कंट्रोल किया जा सकता है. योग दिवस पर हर साल एक बीमारी को दूर करने की बात की जाएगी.
योग के प्रति पीएम मोदी का अगाध प्रेम देखकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को इतना जोश आया कि उन्होंने यूपी के सिलेबस में योग को शामिल कर दिया है. जुलाई से शुरू हो रहे सेशन में नौवीं से बारहवीं के तकरीबन 25 हजार स्कूलों में योग की पढाई होगी. करीब सवा करोड़ छात्रों को 20 नंबर का पेपर भी पास करना होगा. योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि योग पीठ को सिलेबस और शिक्षक तैयार करना है. अब तक यूपी में शारीरिक शिक्षा के तहत योग सिलेबस में था. योग अब अलग विषय बन गया है.
कम से कम 10 करोड़ लोगों तक पहुंचाएं योग
इसी साल फरवरी में मोदी ने महाशिवरात्रि पर कोयंबटूर के ईशा योग केंद्र में योग के संस्थापक आदियोगी शिव की 112 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया था. इसी कार्यक्रम से महायोग यज्ञ शुरू हुआ था जिसका मकसद है एक साल में 10 लाख लोग योग के एक सरल तरीके को कम से कम 100 लोगों को सिखाएं और अगली महाशिवरात्रि तक कम से कम 10 करोड़ लोगों तक इसे पहुंचाएं.