नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार को दोपहर 12:30 बजे घात लगाए नक्सलियों के हमले में 25 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए. इस दर्दनाक हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया. इस हमले पर पीएम नरेंद्र मोदी ने साफ किया कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी.
छत्तीसगढ़ में यह पहला हलमा नहीं है जब सेना पर नक्सलियों ने हमला किया है. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के हमलों का खूनी इतिहास रहा है.
आइए आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं कि कब-कब इन नक्सलियों ने जवानों पर गोलियां बरसाई
24 अप्रैल 2017: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने घात लगाकर सीआरपीएफ के जवानों पर हलमा किया, जिसमें 25 जवान शहीद हो गए. दोपहर के 12.30 बजे सुकमा के चिंतागुफा के पास काला पत्थर इलाके में जब ये हमला हुआ उस वक्त CRPF की 74वीं बटालियन के जवान सड़क बनाने के काम में लगे मजदूरों की सुरक्षा में तैनात थे.
12 मार्च 2017: सुकमा जिले में ही साल 2017 में माओवादियों ने 12 सीआरपीएफ जवानों की जान ले ली. इस हमले में माओवादियों ने शहीद हुए जवानों के हथियार भी चुरा लिए थे. सीआरपीएफ के 219 बटालियन के जवानों पर माओवादियों ने घात लगाकर हमला किया था.
11 मार्च 2014: सुकमा जिले में माओवादियों के हमले में 15 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई.
28 फरवरी 2014: साल 2014 में एक बार फिर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने हमले को अंजाम दिया. इस हमले में नक्सलियों ने पुलिस को निशाना बनाया, जिसमें एसएचओ सहित छह पुलिसकर्मियों की जान चली गई.
2 जुलाई 2013: नक्सलियों ने झारखंड में पुलिस को निशाना बना कर हमला किया. इस हमले में पाकुड़ और झारखंड के एसपी सहित चार पुलिस अधिकारियों की जान चली गई. राज्य के दुमका जिले में नक्सलियों ने इस हलमे को अंजाम दिया था.
25 मई 2013: छत्तीसगढ़ में 25 मई 2013 के हुए हमले को कौन भूल सकता है. इस हलमे में कांग्रेस पार्टी के 25 कार्यकर्ताओं और नेताओं की जान चली गई थी. मारे गए नेताओं में महेद्र कर्मा भी शामिल थे. राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल भी दरभा में माओवादियों के हमले में मारे गए.
18 अक्टूबर 2012: बिहार के गया जिले में माओवादियों ने लैंडमाइन के जरिए सीआरपीएफ के जवानों पर हमला किया. इस हमले में सीआरपीएफ के छह जवान शहीद हो गए.
29 जून 2010: इस तारिख को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में माओवादियों ने एक बड़े हमले को अंजाम दिया. इस हमले में सीआरपीएफ के 26 जवानों को अपनी कुर्बानी देनी पड़ी.
8 मई 2010: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक बुलेट-प्रूफ गाड़ी में धमाका किया. इस हमले में सीआरपीएफ के आठ जवान शहीद हो गए.
6 अप्रैल 2010: साल 2010 में माओवादियों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाकर्मियों पर बड़ा हमला किया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हो गए थे.