नई दिल्ली: कांग्रेस के नेतृत्व में आज विपक्षी पार्टियां देश भर में भारत बंद कर रही हैं. ये बंद पेट्रोल और डीज़ल की कीमत में आई बेतहाशा बढ़ोतरी की वजह से बुलाया गया है. कांग्रेस ने तेल को जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) के भीतर लाने की मांग की है. वहीं, कांग्रेस का आरोप है कि 2014 की तुलना में तेल पर एक्साइज ड्यूटी में कई गुणा बढ़ोतरी हुई है और अगर इन्हें 2014 की स्थिति में ले जाया जाए तो कीमतें कम से कम 10 रुपए नीचे जा सकती हैं.


कांग्रेस के इस दावे के बीच आइए आपको बताते हैं कि 2014 की 25 मई को पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें कितनी थीं और अभी कितनी हैं. नीचे आप उस दिन से आज के दिन की कीमतों की तुलना देख सकते हैं.


कीमतें     मई 25, 2014 (मनमोहन सिंह)     


पेट्रोल-      71.41 रुपए/लीटर


डीज़ल -    56.71 रुपए/लीटर                                   


10 सितंबर, 2018 (नरेंद्र मोदी सरकार) 


पेट्रोल- 80.73 रुपए/लीटर


डीज़ल- 72.83 रुपए/लीटर                                 

कितना महंगा हुआ

पेट्रोल-  9.42 रुपए/लीटर

डीज़ल- 16.12 रुपए/लीटर

इसका सीधा मतलब हुआ है कि मनमोहन सिंह की सरकार के जाने और मोदी सरकार के आने के चार साल के दौरान पेट्रोल और डीजल के दाम में 9 रुपये और 16 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है. खासकर ऐसा तब हुआ है जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम है. 26 मई 2014 को कच्चे तेल की कीमत 58.58 प्रति डॉलर थी, जबकि आज 8 सितंबर, 2018 को 71.90 प्रति डॉलर है यानि प्रति बैरल 13.32 डॉलर की कमी है.

एक्साइड ड्यूटी कम होने पर कितनी कम हो सकती हैं कीमतें
पेट्रोल और डीजल के दाम में लगी आग को लेकर कांग्रेस ने एक बड़ा दावा किया है. कांग्रेस ने अपने दावे में कहा है कि पेट्रोल और डीजल के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी की वजह सिर्फ अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी नहीं बल्कि सरकार की नीतियां जिम्मेदार है.


कांग्रेस ने कहा कि 2014 के मुकाबले पेट्रोल की एक्साइड ड्यूटी में 211.7 फीसदी, जबकि डीजल की एक्साइज ड्यूटी में 433 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. कांग्रेस के मुताबिक पेट्रोल पर 2014 में जहां एक्साइज ड्यूटी 9.2 रुपये प्रति लीटर था जो अब बढ़कर 19.48 रुपये प्रति लीटर हो चुका है. इसी तरह 2014 में डीजल पर एक्साइड ड्यूटी 3.46 रुपये लीटर थी जो अब बढ़कर 15.33 रुपये प्रति लीटर की जा चुकी है.


कांग्रेस के आरोपों को आधार माननें पर अगर सरकार एक्साइज ड्यूटी को 2014 की स्थिति में ले जाए तो पेट्रोल कम से कम 10.42 पैसे और डीज़ल कम से कम 12 रुपए सस्ता हो जाएगा. आपको बता दें कि तेल की इन्हीं बढ़ी कीमतों की वजह से कांग्रेस देश भर में विरोध प्रदर्शन कर रही है.


पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने के लिए आज कांग्रेस ने 'भारत बंद' बुलाया है. कांग्रेस का दावा है कि इस बंद में 21 विपक्षी पार्टियां साथ है. हालांकि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और बीजू जनता दल (बीजेडी) ने भारत बंद से दूर रहने का फैसला किया है. एनसीपी, डीएमके, जेडीएस, आरजेडी, वामदल, एमएनएस जैसी पार्टियां आज प्रदर्शन कर रही है.


Video: तेल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस का भारत बंद