32 हजार की नौकरी छोड़ सिग्नल पर बेचने लगे वड़ा पाव, अब रोज हो रही है 2 हजार कमाई
मुम्बई से सटे ठाणे शहर के तीन हाथ नाका सिग्नल पर मौजूद है द ट्रैफिक वड़ा पाव की दुकान जिसे चलाते हैं गौरव लोढ़े. खुद की हिम्मत से शुरू किए गए उनके काम में आज उनका पूरा परिवार साथ दे रहा है.
मुम्बई: हिम्मत के साथ दिल में अगर कुछ अलग करने का हौसला हो तो कुछ भी असंभव नहीं. ये कहानी मुम्बई के एक नौजवान की है जिसने 32 हजार की नौकरी छोड़कर सिग्नल पर वड़ा पाव बेचना शुरू किया. ये शख्स अब अब रोजाना 2 हजार की कमाई कर रहा है. अगर आप कार से जा रहे हैं और ट्रैफिक में फंस जाते हैं, साथ ही आपको भूख लग जाती है तो ऐसे में आप क्या करेंगे. इसी परेशानी का हल निकाला है मुम्बई के इस नौजवान ने जो सिग्नल पर खड़ी गाड़ियों को बंद डिब्बे में वड़ा पाव बेचता है.
छोड़ दी नौकरी मुम्बई से सटे ठाणे शहर के तीन हाथ नाका सिग्नल पर मौजूद है द ट्रैफिक वड़ा पाव की दुकान जिसे चलाते हैं गौरव लोढ़े. खुद की हिम्मत से शुरू किए गए उनके काम में आज उनका पूरा परिवार साथ दे रहा है. सबके चेहरे पर मुस्कान है. करीब एक साल पहले गौरव एक फूड कंपनी में नौकरी करते थे. करीब 32000 उनकी सैलरी थी लेकिन गौरव को अपने दफ्तर तक आने जाने में इतना समय लग जाता था कि वो अपने परिवार वालों से मिलजुल तक नहीं पाते थे.
लिया बड़ा फैसला गौरव नौकरी की थकान बर्दाश्त नहीं कर सके और उन्होंने निर्णय लिया कि वो खुद का बिजनेस शुरू करेंगे. उन्होंने कॉन्सेप्ट तैयार किया और ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी गाड़ियों में बंद डिब्बे वाला वड़ा पाव बेचने का प्लान बनाया. काम की शुरुआत हुई और आज इनके पास 5 लोगों का स्टाफ है जिन्हें 10-10 हजार के हिसाब से ये 50 हजार महीने की सैलरी देते है.
परिवार को गर्व गौरव के इस काम से सबसे ज्यादा खुश हैं उनकी पत्नी सोनी. सोनी के मुताबिक जब उनके पति ने परिवार और बच्चों को समय न दे पाने और अपने पैशन को पूरा करने के लिए नौकरी छोड़ने की बात की तो वो लोग डर गए. लेकिन, आज उनका काम और मेहनत देखकर उनपर गर्व है. अब वो अपने परिवार को पूरा समय दे पाते हैं.
कोरोना का दिखा प्रभाव ठाणे शहर के कई सिग्नल पर आज ट्रैफिक वड़ा पाव के कर्मचारी ट्रैफिक वड़ा पाव की वाली टी शर्ट पहने वड़ा पाव बेचते दिख जाएंगे. कर्मचारी शैलेश बताते है कि कोरोना के डर से अभी कम लोग वड़ा पाव खरीदने की हिम्मत जुटा पा रहे हैं लेकिन करीब 100 डिब्बे वो जरूर बेच लेते हैं.
यह भी पढ़ें: