नई दिल्लीः कल 4 फरवरी को पंजाब और गोवा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. नोटबंदी के बाद किसी राज्य विधानसभा के ये पहले चुनाव हैं और इनके नतीजे केंद्र की मोदी सरकार के लिए बहुत अहम हैं. 5 राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों को नोटबंदी के बाद बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए बड़ी परीक्षा के रूप में देखा जा रहा है.
कल पंजाब और गोवा में होने वाले विधानसभा चुनावों में धुर प्रतिद्वंदी बीजेपी और कांग्रेस दो-दो हाथ करने को तैयार हैं. वहीं इन राज्यों में पहली बार चुनावी समर में उतरी आम आदमी पार्टी तमाम पारंपरिक समीकरण बिगाड़ने की तैयारी में है. पंजाब और गोवा में 1 चरण में 4 फरवरी को मतदान होने के बाद उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मणिपुर में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. पंजाब में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी 112 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और इस पार्टी ने खुद के सर्वें में राज्य में काफी ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया है.
मजेदार बात यह है कि दोनों ही राज्यों में बीजेपी या बीजेपी गठबंधन सत्ता में है और वह फिर जनादेश पाने के लिए अपना पूरा जोर लगा रही है. पंजाब में जहां शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी गठबंधन लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है वहीं गोवा में बीजेपी फिर सत्ता में आने की कोशिश में है.
पंजाब के समीकरण
पंजाब में कांग्रेस अकेली सभी 117 सीटों पर लड़ रही है. जबकि आम आदमी पार्टी 112 सीटों पर और उसकी सहयोगी लुधियाना के बैंस भाइयों के नेतृत्व वाली लोक इंसाफ पार्टी ने 5 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. सत्तारूढ़ गठबंधन में शिरोमणि अकाली दल 94 सीटों पर जबकि बीजेपी महज 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. पंजाब में 1.98 करोड़ मतदाताओं को 117 सदस्यीय विधानसभा के लिए 1,145 प्रत्याशियों में से चुनाव करना है.
पंजाब में है इनके बीच कांटे की लड़ाई
पिछले एक दशक से शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी शासित पंजाब में इस बार 89 वर्षीय मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, कांग्रेस के 74 वर्षीय कैप्टन अमरिन्दर सिंह और सुखबीर सिंह बादल सहित कई बड़े दिग्गजों के भाग्य का फैसला होना है. अमरिन्दर पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि यह उनका अंतिम चुनाव होगा.मुख्यमंत्री बादल को अपने गढ़ लांबी में अमरिन्दर से कांटे की टक्कर मिल रही है. पटियाला राजपरिवार से जुड़े अमरिन्दर अपने गृहनगर से भी चुनाव लड़ रहे हैं जहां शिरोमणि अकाली दल की ओर से पूर्व सेना प्रमुख जनरल जेजे सिंह उनके खिलाफ मैदान में हैं. हास्य कलाकार और संगरूर से आप सांसद भगवंत मान जलालाबाद में उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह के साथ मुकाबला कर रहे हैं. माना जा रहा है कि आप यदि पंजाब में सत्ता में आती है तो भगवंत मान मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार होंगे.
क्रिकेटर-सह-नेता नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर पूर्व सीट से अपना भाग्य आजमा रहे हैं. गौरतलब है कि सिद्धू चुनाव से पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं. वह पहले अमृतसर लोकसभा सीट से सांसद थे.
पंजाब में चुनाव लड़ रहे दिग्गज नेता .
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राजिन्दर कौर भट्टल (लहरगागा) भारतीय युवा कांग्रेस के प्रमुख राजा अमरिन्दर सिंह वारिंग (गिदरबाहा), बादल परिवार से अलग हुए उनके भतीजे मनप्रीत बादल (बठिंडा सदर) से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं बीजेपी की ओर से राजिन्दर मोहन सिंह छिन्ना कांग्रेस के गुरजीत सिंह अलुजा और आम आदमी पार्टी के उपकार सिंह संधू के खिलाफ मैदान में हैं.
कल विधानसभा चुनावों के साथ-साथ अमृतसर लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव होगा. सतलुज-यमुना संपर्क नहर पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के विरोध में अमरिन्दर सिंह ने लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था.