नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी से उठे तूफान ‘फोनी’ को लेकर मौसम विभाग ने बड़ा अलर्ट जारी किया है. तूफान को देखते हुए कल ओडिशा में सभी स्कूल और कॉलेजों कों बंद करने का फैसला किया गया है. इतना ही नहीं पर्यटकों को पुरी छोड़ने की भी सलाह दी गई है. भारतीय नौसेना और एनडीआरएफ को राहत कार्यों को लेकर हाई अलर्ट पर रखा गया है. जानें ‘फोनी’ तूफान को लेकर दस बड़ी बातें.
11 जिलों से हटाई गई आचार संहिता
तूफान के प्रभाव को देखते हुए राहत और बचाव के लिए 11 जिलों से आचार संहिता हटा दी गई है. मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार तक ‘फोनी’ तूफान ओडिशा समेत दक्षिण भारत के तटीय इलाकों में पहुंच सकता है. बता दें कि लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र पूरे देश में आचार संहिता लागू है.
अगले 24 घंटे में 'बेहद तीव्र' हो सकता है तूफान '‘फोनी’'
तूफान '‘फोनी’' के अगले 24 घंटे में 'बेहद तीव्र' होने की आशंका है, जिससे आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में गुरुवार तक भारी बारिश होगी. मौसम विभाग आईएमडी ने चेतावनी दी है कि चक्रवात से घरों, संचार और बिजली नेटवर्क और रेल और सड़क यातायात को नुकसान होने की संभावना है. साथ ही खड़ी फसलों, बागवानी और नारियल और ताड़ के पेड़ों को भी काफी नुकसान होगा.
मछुआरों को बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह
मौसम विभाग ने मछुआरों को बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के गहरे समुद्री क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी है. कल कैबिनेट सचिव पी.के. सिन्हा ने स्थिति का जायजा लेने के लिए फिर से राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक की. सिन्हा ने निर्देश दिया कि जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए और भोजन, पीने के पानी और दवाओं समेत सभी तरह की आवश्यक आपूर्ति को बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं.
भारतीय तटरक्षक और नौसेना अलर्ट पर
भारतीय तटरक्षक और नौसेना ने राहत और बचाव कार्यों के लिए जहाजों और हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है, जबकि इन राज्यों में सेना और वायुसेना की इकाइयों को भी तैयार रखा गया है.
एनडीआरएफ की 41 टीमें तैनात
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने कुल 41 टीमें तैनात की हैं, जिसमें आंध्र प्रदेश में आठ, ओडिशा में 28 और पश्चिम बंगाल में पांच टीमों को तैनात किया गया है. इसके अलावा, एनडीआरएफ ने पश्चिम बंगाल में 13 और आंध्र प्रदेश में 10 टीमों को तैनात किया है. एनडीआरएफ की एक टीम में करीब 45 कर्मी होते हैं.
21 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ बढ़ रहा है ‘फोनी’
'‘फोनी’' फिलहाल दक्षिण-पश्चिम में और बंगाल की खाड़ी से सटे दक्षिण-पश्चिम में है. ‘फोनी’ मंगलवार शाम से लगभग 21 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है.
‘फोनी’ ने प्रचंड तूफान का रूप अख्तियार किया
मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा कि तूफान ‘फोनी’ दक्षिण पश्चिम और पश्चिम मध्य और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर है. यह पुरी के 760 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और विशाखापत्तनम के 560 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और त्रिणकोमली के 660 किलोमीटर उत्तर-उत्तरपूर्व (श्रीलंका) में है. मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि इसने प्रचंड तूफान का रूप अख्तियार कर लिया है.
राहत कार्यों के लिए केंद्र ने दी 1,086 करोड़ रुपए की सहायता
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को एहतियातन और राहत कार्यों में मदद के लिए पहले ही 1,086 करोड़ रुपये की वित्तीय राशि जारी कर दी है.
हर तीन घंटों में जारी हो रहा है मौसम बुलेटिन
मौसम विभाग सभी संबंधित राज्यों की ताजा भविष्यवाणियों के साथ तीन घंटे के बुलेटिन जारी कर रहा है. गृह मंत्रालय निरंतर राज्य सरकारों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में है. बैठक में संबंधित राज्य सरकारों ने चक्रवाती तूफान के कारण पैदा होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारी की पुष्टि की.
ये इलाके हो सकते हैं प्रभावति
मौजूदा संकेतों के अनुसार ओडिशा के गंजम, गजपति, खोरधा, पुरी और जगतसिंहपुर जिले, पश्चिम बंगाल के पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जिलों, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिले प्रभावित हो सकते हैं.
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