नई दिल्ली: भारत सरकार के मुताबित देश में अब तक कोरोना वायरस के छह मामलों की पुष्टी हुई है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे कुछ देर पर अपना हाथ जरूर धोएं. छींकने के समय रूमाल का इस्तेमाल करें. लोगों से दूरी बनाएं. हाथ मिलाने से बचें. राजधानी दिल्ली में सोमवार को कोरोना का पहला मामले सामने आया. इस बीच इस वायरस को लेकर कई तरह की बातें हो रही हैं. इनमें कुछ बातें सच हैं तो कुछ झूठ. यहां उन्हीं बातों का जिक्र किया है और उसकी असलियत को बताया गया है.


झूठ- हैंड ड्रायर से कोरोना के वायरस मरते हैं
सच- नहीं, हैंड ड्रायर से वायरस नहीं मरते हैं


झूठ-अल्ट्रा वायलेट लैंप से कोरोना वायरस मरते हैं
सच- नहीं, अल्ट्रा वायलेट लैंप से वायरस नहीं मरते हैं


झूठ- थर्मल स्कैनर से कोरोना की पहचान हो रही है
सच- थर्मल स्कैनर उसी की पुष्टि कर पा रहा है जिसे बुखार है


झूठ-शरीर पर एल्कोहल,क्लोरीन लगाने से वायरस मर जाता है
सच- नहीं, एल्कोहल, क्लोरीन से कोरोना खत्म नहीं होता


झूठ- पालतू जानवर से कोरोना वायरस फैलता है
सच- कोई साक्ष्य इस मामले में अब तक नहीं मिले हैं


झूठ- निमोनिया के वैक्सीन से कोरोना का बचाव होता है
सच- निमोनिया के वैक्सीन से कोरोना से बचाव नहीं


झूठ- लहसुन खाने से कोरोना से बच सकते हैं
सच- लहसुन से बचाव के मामले में अभी पुष्टि नहीं हुई


झूठ- गारगल करने से कोरोना से बचाव होता है
सच- गारगल करने से बचाव के कोई प्रमाण मौजूद नहीं


झूठ- शीशम का तेल इस्तेमाल करने से कोरोना नहीं होता
सच- शीशम का तेल कोरोना वायरस को नहीं मारता है


झूठ- एंटी बायोटिक के इस्तेमाल से कोरोना खत्म होता है
सच- एंटी बायोटिक बैक्टिरिया में काम करता है, वायरस में नहीं