नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर कई मैसेज, वीडियो और फोटो वायरल होते हैं. इन वायरल फोटो, मैसेज और वीडियो के साथ कई चौंकाने वाले दावे भी किए जाते हैं. ऐसी ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है और इसके साथ एक चौंकाने वाला दावा भी किया जा रहा है.
क्या है वायरल हो रही तस्वीर में ?
तस्वीर देखकर लगता है कि जैसे सड़क पर बड़े करीने से एक ही साइज और डिजायन के गड्ढे तैयार किए गए हैं. सड़क के दोनों तरफ मकान है. लेकिन बीच वाले सड़क के हिस्से पर जहां तक नजर जाती है पानी से भरे गड्ढे ही गड्ढे नजर आते हैं.
गड्ढों से भरी इस सड़क को बिहार का बताया जा रहा है. दावा है कि सड़क पर गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़क है. तस्वीर वायरल होने के बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि वायरल तस्वीर बिहार को बदनाम करने के लिए पेश की गई है.
क्या है वायरल हो रही तस्वीर का सच?
फेसबुक पर इस तस्वीर को शेयर करते हुए एक शख्स ने लिखा कि ये भागलपुर से पीरपैंती जाने वाली सड़क का हाल है. जगह का सुराग मिलने के बाद एबीपी न्यूज़ ने बिहार सरकार के रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट की आधिकारिक वेबसाइट जांच की. यहां हमें पता चला कि भागलपुर से नेशनल हाइवे 80 घोरघाट भागलपुर और पीरपैंती से गुजरता हुआ मिर्जा चौकी तक जाता है.
इसी बीच हमें रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट की साल 2016-17 की एक और रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में लिखा था कि रामजानीपुर से पीरपैंती तक नेशनल हाइवे की 13 किमी तक की सड़क के लिए 21 करोड़ का बजट तय किया गया है और कार्य प्रगति पर है.
पूरी कहानी में तेजस्वी यादव की एंट्री कैसे ?
जिस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर के जरिए बिहार का मजाक उड़ाया जा रहा था उसी वक्त एक शख्स ने वायरल तस्वीर मंत्री जी को ट्वीट करके उन्हें भी इस गड्ढ़ो से भरी सड़क की चर्चा में शामिल कर लिय़ा. तर्क वितर्क का ये सिलसिला 29 जून को ट्विटर पर शुरू हुआ जब दर्पण सिंह नाम के शख्स ने ये तस्वीर तेजस्वी यादव को ट्वीट की और लिखा कि बिहार ने बारिश का पानी इक्ट्ठा करने का बेहद शानदार तरीका अपनाया. मुझे अपने बिहार पर गर्व है.
तस्वीर देखने के बाद जवाब में तेजस्वी यादव ने 1 जुलाई को ट्वीट करते हुए लिखा कि कोई कैसे कह सकता है कि ये बिहार की सड़क है. मैं आपको चुनौती देता हूं कि आप इस सड़क का सही पता बताएं और मैं ये गर्व के साथ कह सकता हूं कि ये स्टेट हाईवे नहीं हो सकता. कृपया सड़क का सही पता बताएं.
दर्पण सिंह भी पीछे हटने वालों में से नहीं थे, कुछ मिनटों के अंदर ही उन्होने तेजस्वी यादव को टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार की इस मुद्दे पर की गई रिपोर्ट का लिंक भेज दिया.
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में इस सड़क को बिहार के भागलपुर का बताया था. रिपोर्ट के मुताबिक गड़्ढ़ो से भरी ये सड़क भागलपुर-पीरपैंती- मिर्जाचौकी से गुजरने वाले नेशनल हाइवे NH-80 की है.
रिपोर्ट देखने के बाद तेजस्वी ने कहा कि क्या आप दावे के साथ कह सकते हैं कि ये तस्वीर सही है? मैं आपको चुनौती देता हूं कि आप इस सड़क की तस्वीर किसी और तरीके से खींचकर दिखाइए. आपको सच खुद पता चल जाएगा.
इसके बाद 2 जुलाई को देर रात करीबन ढाई बजे बिहार के सड़क निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती एक नई तस्वीर पेश करते हैं. तस्वीर पोस्ट करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा कि ये देखिए अफवाह को जवाब देती सच्चाई. इसी तरह बिहार को बदनाम किया जाता है. आशा करता हूं कि आप लोग सच को स्वीकार करें. कुछ भी ट्वीट या रीट्वीट करने से पहले उसकी सत्यता जांच लें.
एबीपी न्यूज़ ने सच जानने के लिए पड़ताल जारी रखी
एबीपी न्यूज़ जब मौके पर पहुंचा तो पता चला कि जो वीडियो तस्वीरें वायरल की जा रही हैं वो दो महीने पुरानी हैं. तेजस्वी यादव ने जो तस्वीर पेश की है वो अभी की है और सही है. सड़क पर गड्ढे थे लेकिन फिलहाल वो भरे जा चुके हैं. एबीपी न्यूज़ की पड़ताल में बिहार को बदनाम करने वाली वायरल तस्वीर सच साबित हुई है लेकिन तस्वीर को लेकर किया जा रहा दावा झूठा है.