नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर हर रोज कई फोटो, मैसेज और वीडियो वायरल होते हैं. इन फोटो वीडियो और मैसेज के साथ कई चौंकाने वाले दावे भी किए जाते हैं. ऐसे ही एक नए दावे ने सोशल मीडिया पर सनसनी फैला दी है.
कल दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने विधानसभा के भीतर ईवीएम मशीन को लेकर बहुत बड़े खुलासे का दावा किया. केजरीवाल की पार्टी ने दावा किया कि जिस ईवीएम से देश अपनी सरकार चुनता है उस मशीन के जरिए लोकतंत्र के नाम पर जनता को मूर्ख बनाया जा रहा है. सोशल मीडिया में नया दावा हो रहा है और वो ये कि ईवीएम के मुद्दे पर केजरीवाल जेल जा सकते हैं.
क्या लिखा है वायरल मैसेज में ?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज में लिखा है, "'अगर तस्वीरों में दिख रही ईवीएम मशीन असली है तो ईवीएम मशीन चुराने के आरोप में सौरभ भारद्वाज को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. और मशीन ईवीएम जैसी है तो उन्हें सदन को भ्रमित करने के आरोप में गिरफ्तार किया जाना चाहिए.'' आपको बता दें कि चुनाव आयोग के अलावा किसी के पास ईवीएम का होना और उसके साथ छेड़छाड़ करना अपराध है.
क्या है वायरल हो रहे मैसेज का सच?
एबीपी न्यूज़ ने वायरल मैसेज की पड़ताल की. पड़ताल में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आयी. 7 साल पहले ईवीएम का डेमो करने के मामले में हैदराबाद के हरि के प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया था. हैदराबाद के रहने वाले हरि प्रसाद इंजीनियर हैं. हरि प्रसाद ने दावा किया था कि ईवीएम मशीन में हैकिंग की जा सकती है. हरि प्रसाद पर ईवीएम मशीन की चोरी का आरोप लगाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.
सौरभ भारद्वाज गिरफ्तार क्यों नहीं?
सौरभ भारद्वाज ने विधानसभा के अंदर ईवीएम का डेमो इसलिए दिया क्योंकि विधानसभा के अंदर सदस्य का बोलना उनका विशेषाधिकार है. एबीपी न्यूज की पड़ताल में सामने आया कि केजरीवाल की पार्टी विधानसभा में ईवीएम का जो डेमो दिया वो किसी तरह के नियमों के उल्लंघन के दायरे में नहीं है क्योंकि सदन के अंदर सदस्यों को विशेषाधिकार है. हमारी पड़ताल में ईवीएम की पोल खोलने के लिए केजरीवाल के जेल जाने वाला दावा झूठा साबित हुआ है.