GIF मैसेज से बैंक अकाउंट खाली होने का वायरल सच
दावा के मुताबिक ऐसे मैसेज चीन बनाता है और इन्हीं मैसेज के जरिए आपके फोन से जरूरी जानकारी चोरी करके कंगाल करने की साजिश रचता है.
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर हर रोज कई फोटो, वीडियो और मैसेज वायरल होते हैं. वायरल हो रहे इन फोटो, वीडियो और मैसेज के जरिए कई चौंकाने वाले दावे भी किए जाते हैं. ऐसा ही दावा सोशल मीडिया पर सनसनी मचा रहा है.
क्या दावा कर रहा है सोशल मीडिया? दावा है गुडमॉर्निंग विश का पैगाम लेकर आप तक पहुंचने वाले GIF मैसेज आपको लूटने की साजिश का सामान अपने साथ लेकर आते हैं. दावा के मुताबिक ऐसे मैसेज चीन बनाता है और इन्हीं मैसेज के जरिए आपके फोन से जरूरी जानकारी चोरी करके कंगाल करने की साजिश रचता है.
क्या लिखा है वायरल मैसेज में? हैरतअंगेज दावा करने वाले इस मैसेज में लिखा है, ''कृपया गुड मॉर्निंग, गुड नाइट या किसी पर्व-त्योहार वाले मैसेज या जिफ किसी को ना भेजें. चीन के हैकर्स ने इन मैसेज और जिफ में कुछ ऐसे कोड डाल दिए हैं जिससे जब भी आप ये मैसेज रिसीव करेंगे या भेजेंगे आपके फोन में मौजूद आपकी निजी जानकारी चीन के पास पहुंच जाएगी.''
मैसेज में आगे लिखा है, ''अगर आप किसी को विश करना चाहते हैं तो मैसेज टाइप करके भेजें और जो पुराने ऐसे मैसेज आपके फोन में है उन्हें तुरंत डिलीट कर दें क्योंकि इसके जरिए आपका क्रेडिट डेबिट कार्ड नंबर, एटीएम पिन जैसी जानकारी चोरी हो सकती है.''
क्या इस सनसनीखेज दावे का सच? एबीपी न्यूज़ ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए साइबर एक्सपर्ट मोहित यादव से संपर्क किया. मोहित यादव ने बताया, ''मैसेज के जरिए हैकिंग का अटैक बहुत सालों पहले होता है लेकिन आजकल एंड्रायड और वॉट्सऐप के वर्जन चल रहे हैं, उन वर्जन में ऐसे अटैक का होना संभव नहीं है.''
साइबर एक्सपर्ट मोहित यादव के मुताबिक, ''2 साल पहले ऐसे मैसेज के जरिए हैकिंग की जाती थी, इन्हें टैग अटैक बोला जाता था. पहले मोबाइल पर एक इमेज भेजते थे. इमेज ऑटोमेटिक डाउनलोड हो जाती थी. फोन पर डाउनलोड होने के बाद वॉट्सऐप के डाटाबेस में चला जाता था. वो उसे एक सर्वर पर अपलोड कर देता था और फोन में मौजूद तमाम जानकारियां सर्वर पर चली जाती थी.''
साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक वॉट्सऐप और एंड्रायड मौजूदा वक्त में जो वर्जन इस्तेमाल कर रहे हैं उससे फिलहाल हैकिंग नहीं हो सकती.
साइबर एक्सपर्ट के बाद एबीपी न्यूज़ ने सुप्रीम कोर्ट के वकील और एथिकल हैकर नीरज अरोड़ा से संपर्क किया. उन्होंने बताया, ''इंटरनेट पर क्राइम करने के लिए निजी जानकारी चाहिए. उसे चोरी करने का सबसे आसान तरीका है, मैसेज के अंदर एक्जीक्यूटिव कोड डालकर भेज दें. जैसे एक्जीक्यूटिव कोड यानि तस्वीर-वीडियो को क्लिक करेंगे. वो कोड उनके मोबाइल या कंप्यूटर में इन्स्टॉल हो जाएगा, और सारा डाटा हैकर्स के पास सर्वर पर जाने लगेगा. ये सबसे आसान तरीका है, ये गैंग भी इस्तेमाल करते हैं और दूसरे देश भी करते हैं.''
हैकिंग एक्सपर्ट नीरज अरोड़ा के मुताबिक मैसेज के जरिए सिर्फ डाटा चोरी नहीं होता बल्कि पूरी व्यवस्था और प्लानिंग के साथ उसका इस्तेमाल किया जाता है. एथिकल हैकर ने हमें बताया कि कोई बड़ी बात नहीं है कि चीन में डाटा चुराने के लिए ऐसा कोई गैंग काम कर रहा हो. हैकिंग एक्सपर्ट के मुताबिक लोगों को पता ही नहीं चलता कि उनके मोबाइल में हैक करने वाला कोड कब इंस्टॉल हुआ और कब डाटा चोरी हो गया.
एथिकल हैकर नीरज अरोड़ा के मुताबिक गुडमॉर्निंग और त्योहारों पर आने वाले बधाई संदेशों के जरिए डाटा चुराना मुमकिन है. इसलिए जानकारों की राय में वॉट्सऐप पर आने वाले गुड मॉर्निंग मैसेज से लुट जाने का दावा सच साबित हुआ है.