नई दिल्ली: गुरमेहर कौर सोशल मीडिया पर सनसनी बन चुकी हैं. गुरमेहर कौर के समर्थन में और उनके विरोध में कई पोस्ट किए जा रहे हैं. गुरमेहर कौर से जुड़ा एक बेहद चौंकाने वाला दावा किया जा रहा है.


नए दावे के मुताबिक शहीद की बेटी गुरमेहर कौर का केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से कनेक्शन है. इसके साथ ही आरोप है कि इसी कनेक्शन की वजह से गुरमेहर ने एबीवीपी के खिलाफ मुहिम शुरू की.


गुरमेहर कौर और आम आदमी पार्टी के बीच कनेक्शन की कहानी का सच आपको समझ में आ सके इसके लिए कहानी के कुछ किरदारों के बारे में जान लीजिए. जो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है, उसके पहले हिस्से में दो चेहरे दिख रहे हैं.


तस्वीर का सबसे बड़ा किरदार 20 साल की दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर कौर हैं. गुरमेहर ने रामजस कॉलेज में छात्रों के साथ हुई मारपीट के खिलाफ आवाज उठाई थी उन्होंने फेसबुक पर एबीवीपी के खिलाफ मुहिम शुरू की थी जिसके बाद फेसबुक पर ही गुरमेहर कौर को रेप की धमकियां मिलने लगीं.


उन्हें देशद्रोही और गद्दार कहा जाने लगा. गुरमेहर को देशद्रोही और गद्दार बताने के लिए उनका ही एक साल पुराना वीडियो इस्तेमाल किया गया जिसमें उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच शांति की अपील की थी.


ये वीडियो गुरमेहर कौर के दोस्त राम सुब्रमण्यम ने बनाया था. राम सुब्रमण्यम वायरल तस्वीर का दूसरा चेहरा हैं. राम सुब्रमण्यम ने ही देश को बताया था कि गुरमेहर पूरे विवाद के बीच में दिल्ली छोड़कर चली गई हैं.


इस वायरल तस्वीर में गुरमेहर कौर के दोस्त राम सुब्रमण्यम आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ बैठे हुए नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर में आम आदमी पार्टी के तमाम बड़े चेहरे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, कुमार विश्वास और संजय सिंह हैं.


तस्वीर के साथ कुछ लाइनें भी हैं जिनमें लिखा है, ''मिस कौर कितनी अच्छी एक्टिंग कर रही हैं? वो आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता हैं और आप की मीडिया सेल के सदस्य राम सुब्रमण्यम के साथ काम करती हैं अब किसी और सबूत की जरूरत नहीं है.''


गुरमेहर ने आवाज एबीवीपी यानि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के खिलाफ उठाई थी लेकिन गुरमेहर पर देशद्रोह के आरोप लगे क्योंकि गुरमेहर की सोच को राष्ट्रविरोधी बताया गया.


पिछले साल गुरमेहर ने 4 मिनट 23 सेकेंड का जो वीडियो पोस्ट किया था उसमें 36 स्लाइड्स थीं लेकिन सिर्फ 13 नंबर स्लाइड को गुरमेहर की सोच बताकर पेश किया गया जिसमें उन्होंने कहा था. इस स्लाइड में लिखा था, ''मेरे पिता को पाकिस्तान ने नहीं मारा युद्ध ने मारा है.''


गुरमेहर पर सिर्फ आम आदमी पार्टी से कनेक्शन के आरोप नहीं लग रहे. गुरमेहर को लेफ्ट का समर्थक बताने वाली तस्वीर भी पेश की जा रही है इस तस्वीर में कविता कृष्णन और जॉन दयाल के साथ गुरमेहर प्रेस कॉनफ्रेंस करती दिख रही हैं.


हमने इस तस्वीर की पड़ताल की तो पता चला कि ये युद्ध के खिलाफ रखा गया कार्यक्रम था. हमारी पड़ताल में इस कार्यक्रम का वीडियो भी मिला. ये समाजसेवी और बुद्धिजीवियों का मिलकर किया एक कार्यक्रम था जिसका आयोजन किसी राजनीतिक पार्टी ने नहीं किया था.


अब सवाल ये कि गुरमेहर का कनेक्शन आम आदमी पार्टी से है या नहीं? हमने सच जानने के लिए आम आदमी पार्टी, एबीवीपी यानी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और गुरमेहर से संपर्क करने की कोशिश की. हम सबसे पहले गुरमेहर के पास उनके घर जालंधर पहुंचे. गुरमेहर के घर पर दो महिला पुलिस कर्मी तैनात हैं. गुरमेहर के परिवार ने बातचीत करने से इंकार कर दिया.


गुरमेहर से तो बात नहीं हो सकी. इसके बाद हम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पास पहुंचे और उनसे इन आरोपों पर उनका पक्ष पूछा. एबीवीपी ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाए.


इन आरोपों पर सीधा जवाब आम आदमी पार्टी दे सकती थी. आम आदमी पार्टी ने गुरमेहर के साथ किसी तरह के कनेक्शन से साफ इंकार कर दिया. इसके साथ ही तमाम आरोपों को भी खारिज कर दिया. एबीपी न्यूज की पड़ताल में सामने आया है कि गुरमेहर के दोस्त राम सुब्रमण्यम का आम आदमी पार्टी से संबंध है लेकिन गुरमेहर का केजरीवाल की पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है


इस तस्वीर में गुरमेहर आम आदमी पार्टी के किसी नेता के साथ नहीं दिख रही हैं दो तस्वीरों को जोड़कर एक तस्वीर दिखाने की कोशिश की गई है. इसलिए हमारी पड़ताल में शहीद की बेटी गुरमेहर के आम आदमी पार्टी कनेक्शन वाली तस्वीर झूठी साबित हुई है.