नई दिल्ली. भारत एक कृषि प्रधान देश है. देश में कई ऐसे किसान भी हैं जो अपनी आर्थिक स्थिति सही ना होने के कारण अनाज का भंडारण नहीं कर सकते हैं. जिसके कारण कई बार किसानों को अपनी फसलों को काफी कम दाम में बेचना पड़ जाता है और कई बार अनाज सड़ जाता है. इसके कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है.
फिलहाल किसानों की इसी परेशानी को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने ग्रामीण भंडारण योजना की शुरुआत की है. इस योजना के क्रियान्वयन से अब किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है. योजना के अंतर्गत अनाज को सुरक्षित रखने के लिए भंडार गृह का निर्माण कराया जाएगा.
भंडार गृह बनाने के लिए मिलेगा लोन
किसान और किसानों से जुड़ी हुई संस्थाएं इस तरह के भंडारण का निर्माण कर सकती है. इसके लिए केंद्र सरकार किसानों को भंडार गृह बनाने के लिए लोन भी मुहैया कराएगी. लोन पर सब्सिडी भी दी जाएगी. भंडार गृह के निर्माण से किसान काफी आसानी से अपनी फसलों को लंबे समय तक भंडार कर रख सकता है. साथ ही किसानों को कम दाम में इसे नहीं बेचना पड़ेगा. जिससे आने वाले समय में किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है. इस योजना के तहत किसानों को लोन पर 25 प्रतिशत तक की सब्सिडी मिलेगी. वहीं भंडार गृह बनाने वाला किसान अगर ग्रेजुएट या फिर किसी सहकारी संस्थान से जुड़ा हुआ है तो ऐसी स्थिति में किसानों को 2 करोड़ से ज्यादा का लोन भी मिल सकता है.
ऐसे करें आवेदन
ग्रामीण भंडारण योजना का लाभ लेने के लिए आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा. वेबसाइट का होमपेज खुलने के बाद एप्लाई नाउ पर क्लिक करें, जिसके बाद आवेदन फॉर्म खुल जाएगा इस आवेदन फॉर्म में सभी जरूरी आवश्यक जानकारी को भर दें.
इसके अलावा इसे एप्लाई करते समय कुछ महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट को भी अटैच करना होगा. जिसे बाद में आपको इसे सब्मिट करना होगा.
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