कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव अब सिर पर हैं. इस बार राज्य में बीजेपी ने घोषणा की है कि जब यहां हमारी सरकार आएगी तो हम राइटर्स बिल्डिंग से सरकार चलाएंगे. वर्तमान की ममता बनर्जी सरकार हावड़ा के नबन्ना में मौजूद ‘नील बाड़ी’ सचिवालय से अपनी सरकार चलाती है. ममता से पहले लेफ्ट और कांग्रेस की सरकारें ऐतिहासिक राइटर्स बिल्डिंग से चलती थीं.


इस बार अगर बीजेपी सत्ता में आई तो सरकार ‘नील बाड़ी’ से नहीं बल्कि ‘लाल बाड़ी’ यानी राइटर्स बिल्डिंग से चलेगी. राइटर्स बिल्डिंग का बंगाल में ऐतिहासिक महत्व है और बंगाली भद्र लोग (आम जनता) इसको अपनी अस्मिता से जोड़ते हैं. लोगों का मानना है कि राइटर्स बिल्डिंग बंगाल के गौरव की निशानी है.


बीजेपी राइटर्स बिल्डिंग से सरकार चलाने की बात क्यों कह रही है?


पहला कारण- राइटर्स बिल्डिंग से सीपीएम सरकार ने 34 साल सरकार चलाई. इसलिए जो लेफ्ट के समर्थन हैं, उनके वोट साल 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी बीजेपी के खाते में जा सकते हैं.


दूसरा कारण- बंगाली भद्र लोग (आम जनता) भी राइटर्स बिल्डिंग से सरकार चलाने से खुश होगी. इसलिए बीजेपी ये सेंटीमेंट कार्ड खेल रही है. बंगाल बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता शमीक भट्टाचार्य इस बात का एलान भी कर चुके हैं.


टीएमसी ने सत्ता में आने के बाद नबन्ना से चलाई सरकार


बता दें कि 1777 में अंग्रेज़ी शासन काल में बानी राइटर्स बिल्डिंग से ही स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस पार्टी और सीपीएम ने सरकारें चलाईं हैं. हालांकि टीएमसी सरकार के साल 2011 में सत्ता में आने के बाद ज़्यादातर काम काज नबन्ना से चलने लगे, जो हुगली सेतू के दूसरे तरफ यानी कि हावड़ा में है.


तब ये कहा गया था कि राइटर्स बिल्डिंग में मरम्मत की ज़रूरत है और वो काम काज धीरे-धीरे किया जाएगा. बंगाल के कई राजनीतिक विश्लेषक ये भी कहते हैं कि राइटर्स बिल्डिंग का रंग लाल है, इस वजह से 34 सालों की वाम सरकार के राज में इसको लाल पार्टी का किला भी माना जाता था.


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