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आखिर मोदी के नए मंत्री राज कुमार सिंह और आडवाणी में कैसा रिश्ता है?

नई दिल्ली: लंबे इंतजार और अटकलों के बाद आज मोदी कैबिनेट का अब तक का सबसे बड़ा विस्तार हो गया. चारे पुराने चेहरों के प्रमोशन और 9 नए चेहरों के साथ इस मंत्रिमंडल विस्तार को अंजाम दिया गया. आइए हम आपको इस मंत्रिमंडल विस्तार से ऐसी जानाकरियां बता रहे हैं, जिससे आप अनजान तो नहीं होंगे, लेकिन ये जानकारियां काफी दिलचस्प हैं. बल्कि काफी हटकर हैं.
- इस मंत्रिमंडल विस्तार में आर के सिंह को शामिल किया गया है. वही आर के सिंह जो आरा (बिहार) से लोकसभा सांसद हैं. जैसे ही आर के सिंह का नाम चर्चा में आता है. देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री, पूर्व गृह मंत्री और बीजेपी की नींव को सबसे मजबूत करने वाले नेता लालकृष्ण आडवाणी का नाम अतीत के पन्नों पर उभरने लगता है. 30, अक्टूबर 1990 की तारीख लोगों के जेहनों में दौड़ जाती है.
- दरअसल, 1990 में जब आडवाणी राम मंदिर आंदोलन के सबसे बड़ा चेहरा थे और सोमनाथ से रथ लेकर अयोध्या जा रहे थे तब उन्हें बिहार में ही गिरफ्तार कर लिया गया था. आडवाणी को गिरफ्तार करके जेल की राह दिखाने वाला कोई और नहीं, आर के सिंह ही थे. तब आर के सिंह समस्तीपुर के डीएम हुआ करते थे.
- आडवाणी को गिरफ्तार करके रांची की जेल में भेज दिया गया और इस तरह आर के सिंह ने लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा को अयोध्या पहुंचने से पहले ही रोक दिया.
- आपको बता दें कि आर के सिंह पूर्व आईएएस अधिकारी (1975 बैच) रह चुके हैं और यूपीए सरकार की दौर में देश के गृह सचिव जैसे ऊंचे पद पर पहुंचकर रिटायर हुए. कहा जाता है कि पी चिदंबरम की पंसद से वो गृह सचिव बने थे.
- आर के सिंह सेंट स्टीफेंस कॉलेज के छात्र रहे हैं. इनके पास लॉ की स्नातक डिग्री भी है.
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रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार
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